________________
282/ जैन समाज का वृहद् इतिहास
आपने राजकीय महाविद्यालय श्री गंगानगर में इतिहास के व्याख्याता के पद पर कार्य प्रारंभ किया तथा राजकीय महाविद्यालय डूंगरपुर में प्राध्यापक इतिहास रहे । वर्तमान में सेठी जी प्रोफेसर एवं अध्यक्ष इतिहास विभाग राजकीय सेठ मोतीलाल कालेज झुंझुंनू (राज.) में कार्य कर रहे हैं तथा सात व्यक्तियों को शोधकार्य पी. एच. डी. करवाने के लिए राज. विश्वविद्यालय अधिकृत हैं ।
सेठजी का विवाह 27 फरवरी 1975 को श्रीमती विद्या जैन के साथ संपन्न हुआ। श्रीमती विद्या इतिहास, राजनीतिशास्त्र एवं अर्थशास्त्र में एम.ए. हैं। बी.एड. हैं तथा वर्तमान में नथमल जैन राजकीय बालिका संस्कृत विद्यालय बगडा सिरोही में प्रधानाध्यापिका हैं। सेठी जी एक पुत्र एवं दो पुत्रियों से गौरवान्वित हैं।
डा. सेठी इतिहास एवं संस्कृत के अच्छे विद्वान हैं। अब तक आपने रघुवंश महाकाव्य भाग एक, प्रतिज्ञा योगन्धरायण एवं शुकनासोपदेश का संपादन किया है। सेठी जी से साहित्यजगत को बहुत आशायें हैं।
पता : 12, गणिवारों का एना, पोलिया आधार, जयपुर ।
श्री बाबूलाल जैन गोधा
जन्मतिथि 3 जुलाई सन् 1942, शिक्षा- बी. कॉम. (1961) राज. विश्वविद्यालय
पिता श्री फूलचन्द जी फैन्सी, 1946 में जब आप मात्र 4 वर्ष के थे तभी आपका स्वर्गवास हो गया ।
-
माता श्रीमती उमराव देवी
-
व्यवसाय सन् 1972 से बैंक अधिकारी हैं।
विवाह
4 फरवरी 1965
पत्नी - श्रीमती सरोज जैन सुपुत्री श्री कंवरीलाल जी पाटनी अजमेर
परिवार पुत्र -2
-
1- मनोज
सूरत में व्यवसायरत
2- नितिन - तृतीय वर्ष मेडिकल में अध्ययन कर रहे हैं।
आपके तीन भाई हैं - श्री सरदारमल जी, धनकुमारजी एवं कैलाशचन्द गोधा
विशेष :
:
धार्मिक नगर के तेरहपंथी बड़ा मंदिर में मुख्य वेदी के पीछे के आलिये में भगवान आदिनाथ की श्वेत पाषाण की मूर्ति विराजमान करके धर्मलाभ ले चुके हैं। यात्रा प्रेमी हैं। अधिकांश तीर्थों की यात्रा कर चुके हैं।
TM क