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498/ जैन समाज का वृहद इतिहास
श्री सुजानमल जैन (गोधा)
धर्मपरायण पंडित श्री सुगनचंद जी गोधा के सुपौत्र एवं श्री मालाल जी चाक सुविधिसागर जी म्हार सुपुत्र श्री सुजानमल गोधा दबंग व्यक्तित्व के साथ-साथ स्पष्टवादिता के लिये जैन समाज में विशेष स्थान रखते हैं। आपक जन्म 14 अप्रैल, 19३) को सरवाड़ में हुआ । किशोरावस्था में स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े रहे । सन 1944 में श्री गोकुलभाई भट्ट से किशनगढ़ में छात्र कांग्रेस की स्थापना कराई । राष्ट्रीय एवं प्रगतिशील विचारों के कारण अनेक सार्वजनिक एवं स्वयंसेवी संस्थाओं में अप्रणी रहे । । नवम्बर, 1919 से 31 अक्टूबर, 1983 तक राज्य सेवा में रहे । तत्पश्चात् वकालत करने लगे। सन् 1957 में आपका विवाह सुश्री कमला देवी के साथ संपन्न हुआ । श्रीमती कमला जैन भी प्रधानाध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं। आपके एक मात्र दुध श्री अश्विनी कुमार बी काय करके राज्य सेवा में चले गये । पुत्री रेणु का विवाह जयपुर सुसंपन्न घराने में हुआ है |
दादाजी के धार्मिक विचारों से सुसंस्कृत श्री गोधा जी ने दिगम्बर जैन मंदिरों की संपत्ति का एकीकरण कर पंजीकृत प्रन्यास के अधीन मुव्यवस्थित किया। प्रख्यात श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र सरवाड़ के अध्यक्ष के रूप में आपने नोन शिखरयुक्तः ५:-य एवं विशान मंदिर निर्माण की महती विशाल योजना का बीड़ा उठाय हैं और निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया है। गत वर्ष आपने अथक परिश्रम करके श्री गदिनाथ बाजार का निर्माण कराया था। अन्य मंदिरों के जीर्णोद्धार हेतु प्रयासरत हैं। भारतवर्णय दिगम्बर जैन ती क्षेत्र कमेटी बंबई तथा खण्डेलवाल दि. जैन मामूहिक विवाह समिति के सदस्य हैं साथ ही अनेक सामाजिक एवं सार्वजनिक संस्थाओं से जुड़े हुये हैं : राजकीय सेवा में रहते हुये आपने पीड़ित एवं शोषित मानव समाज की मार्पित गय में सेवा की है :
पगा :- मु.पो. सरबइ जिला अजमेर श्री स्वरूपचंद कासलीवाल
अपर को विभिन्न गग्धः ओं से जुड़े हुये श्री स्वरूपचंद जी कासलीवाल सामाजिक गतिविधियों के केन्द्र पनजान है. दिसायत चैत्यालय धडा.महावीर जैन पुस्तकालय एवं अजगर नगर जिला कांग्रेस आई वार्ड .1.के अघ अध्यक्ष हैं । भादि जैन महासभा एवं दि.जैन सभा अजये के कोपाध्यक्ष हैं। दि जैन समिति दि.जैन सहायक फंड,दि.जैन मुनि संघ सेवा समिति के संयोजक हैं तथा अन्जमेर नगर जिला कांग्रेस कमेटो प्रबन्धकारिणी के सदस्य व कोपाध्यक्ष हैं।
आपका दि.9 जुलाई 1.9.१५ को अजमेर में जन्म हुआ। मैट्रिक तक शिक्षा प्राप्त की और फिर रेशन सूर,नाईलान बदला गोटा का व्यवसाय करने लग गये । मंगसिर सुदी अष्टमी संवत् 2005 में आपका विवाह प. पन्नालाल जी सोनी ब्यावर को पुत्री विद्यावती के साथ संपन्न हुआ जिनसे आपको चार पुत्र एवं दो पुत्रियों के पिता बनने का गौरत प्राप्त हुआ । यो पुत्र अशोककुमए एवं सबसे छोटे पुत्र राजकुमार बादला गोटा फैक्ट्री संभालते हैं । राजेन्द्रकुमार ठेकेदारी करते हैं तथा प्रदीपकुमार बैंक मनिस में हैं : बड़ी पुत्र चन्द्रलेखा एम.ए, एल एल बी है तथा दूसरी पुत्री चित्रलेखा भी एम.ए. है ।