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राजस्थान प्रदेश का जैन समाज /353
श्री सौभागमल चौधरी
जीवन भर शिक्षक रहकर समाज सेवा में समर्पित श्री सौभागमल बड़जात्या मोजमाबाद नगर के प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं। आपका जन्म आसोज सुदी 14 संवत् 1976 को हुआ । आपके पिता श्री इन्दरलाल जी एवं माताजी मोतीदेवी का स्वर्गवास हो चुका है। सन् 1955 मैं बम्बई विद्यापीठ की साहित्य सुधाकर परीक्षा पास करने के पश्चात् आपने शिक्षक का जीवन पसन्द किया और उसी पद से सेवानिवृत्त हुये। सन् 1934 में केवल 15 वर्ष की आयु में आपका विवाह लादीबाई से हुआ लेकिन आपकी धर्मपत्नी अधिक वर्षों तक जीवित नहीं रह सकी और एक पुत्री शांति को जन्म देकर स्वर्ग सिधार गई ।
श्री सौभाग मल जी धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। मोजमाबाद पंचकल्याणक महोत्सव में रथयात्रा के समय आपने सारथी का पद प्राप्त किया। मोजमाबाद मंदिर के जीर्णोद्धार में आपने खूब आर्थिक सहयोग दिया है। मोजमाबाद के विद्यालय के भवन निर्माण में आपने खूब सहयोग दिया है। यहां के औषधालय के 10 वर्ष तक मंत्री रहकर उसके विकास में योगदान दिया है।
श्री समीरमल जी बड़जात्या आपके छोटे भाई हैं जिनका जन्म वैशाख मास में संवत् 1979 में हुआ 1 मिडिल तक शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् आप राज्य सेवा में चले गये और अन्त में तहसील में रेवेन्यू अकाउन्टेन्ट के पद से रिटायर हुये ।
आपका विवाह 20 अक्टूबर सन् 1940 में हुआ आपकी पत्नी का नाम श्रीमती रतनदेवी है जो मालपुरा की है। आपको 2. पुत्र एवं चार पुत्रियों की माता बनने का सौभाग्य प्राप्त हो चुका है। दोनों पुत्र अशोक एवं पारस कुमार तथा पुत्रियां पुष्पा, आशा, ऊष एवं विनोद सभी का विवाह हो चुका है।
वर्तमान में आप रिटायर जीवन बिता रहे हैं। आपके ज्येष्ठ पुत्र अशोक कुमार ग्राम पंचायत मोजमाबाद के एक बार सरपंच रह चुके हैं।
पता:- मु.पो. मोजमाबाद, जिला जयपुर