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राजस्थान प्रदेश का जैन समाज /365
कोटा में लेखाधिकारी हैं । नाभिराम बैंक सर्विस में हैं । श्री रमेशचन्द इंजीनियर है तथा श्री सुरेशकुमार पत्रकार है । सभी पुत्रों का विवाह हो चुका है।
आपने निवाई पंचकल्याणक में प्रतिष्ठा करवाकर शांतिनाथ भगवान की मूर्ति सवाई माधोपुर के तेरहपंथी मंदिर में विराजमान की । सन् 1974 में दो बस लेकर सम्मेदशिखर यात्रा संघ का नेतृत्व किया। अ. क्षेत्र चमत्कार जी के सन् 1968 से ही मंत्री हैं। खण्डेलवाल जैन समाज के मंत्री,दि.जैन पाउशाला के पहिले मंत्री एवं वर्तमान में अध्यक्ष हैं । सर्राफा एसोसियेशन के मंत्री एवं अध्यक्ष दोनों रह चुके हैं । दि. जैन चन्द्रसागर ट्रस्ट की कार्यकारिणी के सदस्य हैं ।
दोनों पति पली के शुद्ध खान पान का नियम है । मुनिभक्त हैं । सवाई माधोपुर में आने वाले सभी मुनियों को आहार आदि देने में आगे रहते हैं । सौगानी जी शांतिप्रिय एवं सेवाभावी व्यक्ति हैं।
पता : चांदमल सौगानी सर्राफ, सवाई माधोपुर । श्री ताराचंद छाबड़ा
छाबड़ा गोत्रीय श्री ताराचंद जी का जन्म 4 जून,1948 को हुआ। आपने सन् 1965 में हायर सैकण्डरी परीक्षा पास की और फिर वस्त्र व्यवसाय में चले गये । उसी वर्ष आपका विवाह हो गया । पत्नी का नाम श्रीमती शांतिदेवी है जिनसे आपको एक पुत्र मनीश कुमार एवं तीन पुत्रियां राजकुमारी,बौना एवं सीमा के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। सभी बच्चे पढ़ रहे हैं। आपके पिताजी श्री धूलचंद जी का स्वर्गवास हो चुका है तथा माता जी चांदबाई का अभी आशीर्वाद मिल रहा है ।
श्री छाबड़ा जी युवा समाजसेवी हैं तथा वर्तमान में तेरहपंथ दि. जैन ट्रस्ट के उपाध्यक्ष हैं ।
पता : महावीर चौक, पुरानी टौंक। श्री धन्नालाल छाबड़ा
जयपुरिया उपनाम से प्रसिद्ध श्री धन्नालाल जी छाबड़ा का जन्म कार्तिक बुदी 13 संवत् 1987 को हुआ। आपके पिताजी श्री धूलचंद जी का 14 वर्ष पूर्व स्वर्गबास हो चुका है उस समय उनकी आयु 65 वर्ष की थी। माताजी श्रीमती चांदबाई जी का अभी आशीर्वाद प्राप्त है । संवत् 2001 में आपका नानगीदेवी से विवाह हुआ। आप तीन पुत्र एवं दो पुत्रियों से अलंकृत हैं। सर्व श्री सुगनचंद,सुभाषचंद एवं सुरेन्द्र कुमार तीनों का विवाह हो चुका है तथा वस्त्र व्यवसाय में लगे हुये हैं 1 दोनों पुत्रियों विमला एवं मुत्री भी विवाहित हो चुकी हैं।
__ छाबड़ा जी टौंक के तेरहपंथी मंदिर के सदस्य है तथा तेरहपंथी चैत्यालय में प्रतिदिन पूजा एवं अभिषेक करते हैं । तीर्थ यात्रा प्रेमी हैं तथा एक बार सभी तीर्थों की वंदना कर चुके हैं।
पत्ता : महावीर चौक, पुरानी टौंक, टौंक ।