________________
राजस्थान प्रदेश का जैन समाज /449
आंजनबोरी, परतापोर, तलवाड़ा, बांसवाड़ा, खाद, मोरगांदोल, नरवारी, मुगाण, धरियावाद, पारसोला, जामडी, सबरामार, बराबोडीगांव, छोटा कोडीगांव, बडोदा, आसुर, बगड़ा, पादुका, कुनापुर, सागवाड़ा, भीलोडी, मेतवाला, परोदा, सरोदा, आर्वरा, आंतरी, पीठ डूंगरपुर, वेसीवाडा, देयोर, शाणि, नकागांव बावलावाडा, छोडादर, भाणदु, जवास, भुदर, केसरियानाथ, धुलेव, वीरपाल एवं उदयपुर के नाम उल्लेखनीय हैं। बागड़ प्रदेश में महिलाएं भगवान का अभिषेक करती हैं। केशर लगाकर एवं फलों से पजा की जाती है।
खण्डेलवाल जैन समाज उदयपुर, भीलवाड़ा, शाहपुरा, चित्तौड़गढ़, पारोली, बेग, चेची, निम्बाहेड़ा, कोटडी, बिजोलिया, मांडलगढ, दानिया की कोरडी में मिलता है । उदयपुर में 125 परिवार हैं, चित्तौड़ में 55 परिवार हैं।
इसी तरह बागड़ प्रदेश में नरसिंहपुरा, नागदा, हूंबड, चित्तौड़ा के प्रमुख परिवार निम्न नगरों में गांवों में बसे हुये हैं । जोकि प्रमुखत: उदयपुर जिले के हैं। :क्र.सं. नगर/गांव नरसिंहपुरा नागदा हूँबड़ चित्तौड़ अन्य
का नाम दस्सा बीसा दस्सा बीसा दस्सा बीसा दस्सा बीसा
-
110 - -
70 . -
-
1- उदयपुर 100 400 - 100 2. लकड़वास 30 - - 2 3- कानपुर - - - 15
डबोक खेडी मोडी बातेडा 30 छोटा बाठेडा 10
बुरावड़ 100 10. वदी - - 25 - 11- वसु - - 10 - 12- जगत - - 60 - 13. दांतीसर - - 15 -
1- देखाये जैन गजट- उपदेशक कस्तरबन्द जी द्वारा निर्दिष्ट, वर्ष -11
- - - - -
- - -
-