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462/ जैन समाज का वृहद् इतिहास
श्री बंशीलाल गोधा
आठ मई सन् 1949 को जन्में श्री बंशीलाल गोधा युवा सामाजिक कार्यकर्ता हैं । आपके पिताजी श्री मिश्रीलाल जी का सन् 1966 में एवं माताजी का स्वर्गवास सन् 1968 में हो गया। हायर सैकण्डरी परीक्षा पास करके आप राज्य सेवा में चले गये। सन् 1956 में आपका विवाह श्रीमती सज्जन देवी के साथ हो गया जिनसे आपको दो पुत्रियों एवं एक पुत्र की प्राप्ति हुई है। आपके पुत्र श्री धर्मचन्द 26 वर्षीय युवा समाजसेवी हैं ।
गांव में जब कभी कोई धार्मिक आयोजन होता है तो उसमें पूर्ण रुचि लेते हैं। मुनि भक्त हैं। उनकी आहार आदि से सेवा करते रहते हैं । तीर्थ यात्रा प्रेमी है। अब तक सभी तीर्थो की यात्रा कर चुके हैं।
पता - धर्मचन्द पार्श्वकुमार, दानिया की कोटडी (भीलवाड़ा) राज.
श्री मदनलाल गदिया एडवोकेट
चित्तौडगढ़ के श्री मदनलाल गादिया का जन्म ] जनवरी सन् 1941 को हुआ। आपके पिता श्री शेरूलाल जी एवं माताजी श्रीमती सोहनबाई का आशीर्वाद प्राप्त है। आपने 1962 में पहिले इन्दौर से एम.ए. किया और बाद में 1964 में वहीं से एल.एल.बी. क्रिया । इसके पूर्व ही सन् 1958 में आपका विवाह श्रीमती रतनदेवी के साथ हो गया। जिनसे आपको एक पुत्र राजेश एवं दो पुत्रियों मीना एवं सरोज की प्राप्ति हुई ।
आप प्रान्तीय कांग्रेस के संयुक्त मंत्री हैं। इसके पूर्व इंदिरा गांधी के आह्वान पर आप जेल यात्रा कर चुके हैं। पार्श्वनाथ दिजैन मंदिर चित्तौड के सैक्रेटरी हैं। जम्बूद्वीप ज्ञान ज्योति एवं उदयपुर दि. जैन महासमिति के सदस्य हैं। गदिया जी की अच्छे कार्यकर्ताओं में गिनती की जाती है।
पता : 76, शास्त्री नगर चित्तौडगढ़ (राज.)
श्री महावीरप्रसाद गदिया
चित्तौड़ नगर के सामाजिक कार्यकर्ता श्री महावीरप्रसाद गदिया का जन्म सन् 1948 में हुआ। आपके पिताजी का नाम रतनलाल जी गदिया एवं माता का नाम श्रीमती प्यार बाई है। सामान्य शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् आप अपना पैंत्रिक व्यवसाय करने लगे। सन् 1964 में आपका विवाह श्रीमती सुशीला देवी से हो गया। जिनसे आपको दो पुत्र एवं एक पुत्री के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
आपके पिताजी को चौसठ ऋद्धि आयोजन में पूर्ण रुचि रहती हैं। आपके घर में ही चैत्यालय है जिसमें भगवान शांतिनाथ की मूर्ति है। समाजसेवा की ओर आपकी रुचि रहती हैं। दिगम्बर जैन नवयुवक मंडल के आप सहमंत्री है।
पता : जैन ब्रदर्स, दूंचा बाजार, चित्तौडगढ़ (राज.)