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394/ जैन समाज का वृहद इतिहास
दि, जैन खण्डेलवाल सरावगी समाज सामूहिक विवाह एवं रीति रिवाज समिति के आप सक्रिय कार्यकर्ता एवं संयोजक पद पर हैं । देवली, नैनवां कोटा में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में आप प्रमुख कार्यकर्ता रहे तथा आप जैसे कार्यकर्ताओं के कारण ही सामूहिक विवाह की योजना सफल हो सकी।
आप दि, जैन नवयुवक मण्डल के 1965 से 1980 तक अध्यक्ष रहे | श्री महावीर जी,शांति वीर नगर, टोंक,निवाई, देई, अरसी आदि जगहों पर हुये पंच कल्याएका, दो अचिच्छा कार्यक्रमों में अपनी टीम का साय पहुँच कर सक्रिय सेवायें दी।
पता- मु.पो. नैनवां (बून्दी) श्री कस्तूरचन्द गंगवाल
गंगवाल गोत्रीय श्री कस्तूरचन्द जी गंगवाल का सामाजिक जीवन उल्लेखनीय है । आप दि. जैन अ. क्षेत्र चांदखेड़ी की कार्यकारिणी के सदस्य हैं । बारां जैन समाज के 7-8 वर्ष तक अध्यक्ष रह चुके हैं। यहां पर आयोजित पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में सौधर्म इन्द्र के पद से सशोभित हो चके हैं। 15-16 वर्ष पहिले जोडला जैन मन्दिर में वेदी बनवाकर करवा चुके हैं। कुछ ही समय पूर्व तीन लोक मंडल एवं सिद्ध चक्र विधान करा चुके हैं। राजनीति में भी सक्रिय रहते हैं । कांग्रेस आई के कर्मठ कार्यकर्ता है । सन् 1972-78 तक बारां नगर परिषद के सदस्य रह चुके है। आपके छोटे भाई श्री सुगनचन्द जी स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर में कार्य करते हैं ।
आपका जन्म सवत् 1982 में हुआ। आपके पिताजी श्री भैरुलाल जी गंगवाल एवं माताजी एजन बाई का स्वर्गबास हो चुका है। सन 1947 में आपका विवाह सूरजबाई से हुआ । सन 1957 में मैट्रिक किया और फिर चांदी सोने का व्यवसाय करने लगे। आपने श्री अशोक कुमार को अपना दत्तक पुत्र बनाया । पत्नी का नाम कनकलता है । अटरू में सर्राफ की दुकान करते हैं। दो पुत्र एवं एक पुत्री के पिता हैं।
पता- कस्तूरचन्द, अशोक कुमार सर्राफ, सर्राफा बाजार,बारां श्री कुलदीप कोठारी
10 जुलाई 1958 को दूनी प्राम में जन्मे श्री कुलदीप कोठारी अपने पिता श्री त्रिलोकचंद जी कोठारी के तृतीय पुत्र हैं। बी.कॉम. करने के पश्चात् आपको कोठारी उद्योग समूह में कामर्शियल डाइरेक्टर का उत्तरदायित्व दिया गया। जिसको वे कुशलता के साथ निर्वाह कर रहे हैं । कुलदीप जी का विवाह ग्वालियर के श्री माणकचंद जी गंगवाल की सुपुत्री अनिता के साथ संपन्न हुआ। श्रीमती अनिता जी एम.ए. हैं। आपको दो पुत्र भरत बाहूबलि,एवं एक पुत्री के पिता बनने का गौरव प्राप्त है । उच्च शिक्षित होने पर भी अनिता जी ने अपने आपको घर गृहस्थी तक ही सीमित रखा है।
श्री कुलदीप कोठारी विनीत एवं सरल स्वभाव के युवा हैं । अपने पिता जी एवं बड़े-भाईयों के मार्गदर्शन में कोठारी उद्योग समूह का कार्य देखते हैं।
पता: 30-31 कोठारो भवन नई धानमंडी, कोटा ।