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राजस्थान प्रदेश का जैन समाज /443
2- जोरावरमल - आयु -55 वर्ष 1993 संवत्, शिक्षा- मैट्रिक, विवाह - 1954, पत्नी का नाम जैनमती पुत्र-5, पुत्रियां- 1, बंबई में कपड़े का व्यवसाय ।
3. सुन्दरलाल - 53 वर्ष शिक्षा- मैट्रिक, विवाह - 1956, गुणमाला पत्नी का नाम है। पुत्र -2, पुत्रियां -3, व्यवसाय- पैट्रोल पम्प एवं रमेश मार्बल कुचामन में हैं ।
4- धर्मचन्द- 45 वर्ष विवाह 1970, पत्नी कानाम मीनाक्षी, पुत्र एक, पुत्रियां 2, व्यवसाय- डायमंड कटिंग फैक्टरी, मारबल मकराना में
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5- पदमचंद - 38 वर्ष, शिक्षा - एम.डी. डाक्टर, विवाह - 1972 में पत्नी का नाम निर्मला, पुत्र-1, पुत्री - 1
6- मनोहरलाल 36 वर्ष, सी.ए. जयपुर ग्लास फैक्टरी के मैनेजर, विबाह 1975 लड़के- 1 पुत्री-1, पत्नी रश्मि
7- पारसमल बी.कॉम., 32वर्षीय, विवाह - 1978 में जयपुर में। पत्नी का नाम मंजू, लडकी एक. मारबल डाइमन्ड फैक्टरी कुचामन सिटी में कार्य देखते हैं।
पता:- रमेशकुमार, प्रदीपकुमार, कपड़ा मार्केट, कुचामन सिटी ।
श्री सोहनसिंह कानूगो
नागौर शहर के प्रतिष्ठित समाजसेवियों में श्री सोहनसिंह जी कानृगो का सर्वोच्च स्थान था। आपका जन्म 23 जून, 1923 को हुआ। आपके पिताजी श्री धनसुखदास जी का स्वर्गवास 82 वर्ष की आयु में कार्तिक सुदी 17 सं. 2012 में हुआ एवं माताजी केशरबाई का वियोग तो बहुत पहिले हो चुका था। जयपुर में आपकी शिक्षा हुई और मैट्रिक पास भी वहीं से किया । संवत् 1996 वैशाख सुदी 3 के दिन आपका विवाह श्रीमती सुशीलादेवी के साथ संपन हुआ । श्रीमती जी चाकसू के श्री मूलचंद जी सौंगाणी की सुपुत्री हैं। आपको पुत्र एवं एक पुत्री के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ हैं । पुत्री का विवाह डेह के श्री प्रसनकुमार जो सबलावत के साथ संपन्न हुआ है ।
कानूगो जी अत्यधिक सरल स्वभावी एवं आतिथ्य प्रेमी थे। लेखक को उनके निवास पर रहने एवं उनका आतिथ्य स्वीकार करने का अवसर प्राप्त हो चुका है। वे पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के सेक्रेटरी रहे थे। इस समिति द्वारा आपको 28 पई सन् 1986 में जैन समाजरत्न की उपाधि से अलंकृत किया गया था। आपका धर्मनिष्ठ, धर्मतीर्थ, समाजसेवी, सत्यनिष्ठ, धर्मानुरागी, देवशास्त्र गुरू उपासक, लगनशील, मिलनसार एवं आतिथ्यप्रिय जैसे विशेषणों से भी सम्मान किया गया था।
आप महासभा नागौर अंचल के अध्यक्ष, सोनीबाई दि. जैन प्राथमिक विद्यालय के मंत्री एवं महावीर इन्टरनेशनल नागौर के अध्यक्ष रहे थे | आपके ज्येष्ठ पुत्र श्री देवेन्द्र कुमार 46 वर्ष के हैं। पत्नी का नाम पुष्पा हैं जो दो पुत्र एवं एक पुत्री की मां है। द्वितीय पुत्र राजकुमार 41 वर्षीय युवा है। पत्नी का नाम सुशीला है। तीन पुत्रों की जननी है। तृतीय पुत्र श्री दलपतकुमार 39 वर्षीय युवा हैं। पत्नी का नाम सरला तथा एक पुत्र एवं एक पुत्री के पिता है। चौथे पुत्र श्री सनत्कुमार जी 35 वर्षीय युवा हैं।