________________
राजस्थान प्रदेश का जैन समाज / 413
सीकर में सभी परिवार खण्डेलवाल जैन जाति के हैं तथा सबसे अधिक छाबडा गोत्रीय परिवार है। धाकडा उपनाम भी छाबड़ा गोत्रीय श्रावकों का है। सीकर शहर में मुनियों का विहार एवं चातुर्मास होता रहा हैं। पंच कल्याणक प्रतिष्ठायें एवं इन्द्रध्वज विधान भी आयोजित होते रहते हैं। यहां अंतिम पंचकल्याणक प्रतिष्ठा अभी देवीपुरा में हुई थी। आचार्य धर्मसागर जी महाराज का चातुर्मास सोकर में हुआ था तथा उनका समाधिमरण भी सीकर में ही हुआ था। सीकर जैन पंचायत का शेखावाटी एवं मारवाड़ में पूरा प्रभाव है। सीकर में पं. महाचन्द प्रसिद्ध विद्वान एवं कवि हो चुके हैं। यहां का दीवान खानदान सीकर का प्रतिष्ठित खानदान है जिसमें यहां के ठिकाने के दीवान होते रहे। अन्तिम दीवान भंवरलाल जी थे ।
सीकर जिले के कोछोर में 15 परिवार, दांता में 40 परिवार, फतेहपुर में 55 परिवार, दुजोद में 20 परिवार एवं राणोली में 55 परिवार रहते हैं। फतेहपुर में अग्रवाल जैन समाज के 25 परिवार हैं। ये सभी खण्डेलवाल जैन हैं जिन्हें सरावगी कहा जाता है। राणोली में छाबड़ा, पाटनी, बड़जात्या, कासलीवाल, गंगवाल, झांझरी, काला एवं रारा गोत्रीय सरावगियों के घर हैं। एक मंदिर एवं एक नशियां हैं। आचार्य विद्यासागर जी महाराज के गुरू आचार्य ज्ञानसागर जी महाराज राणोली ही के थे। राणोली के पास ही रेवासा है जहां का मंदिर कलापूर्ण, विशाल एवं दर्शनीय हैं ।
नागौर जिला :
दिगम्बर जैन समाज की दृष्टि से नागौर जिला अत्यधिक महत्वपूर्ण एवं समृद्ध जिला है। सन् 1981 की जनगणना में यहां के जैन समाज की संख्या 23013 थी जिसका तहसील के अनुसार विभाजन निम्न प्रकार है:लाडनूं जिला
4607
डीडवाना
1173
4229
411
6236
3670
4151
कुचामन शहर
972
परबतसर
2268
मकराना
197
3045
मेड़ता शहर
1081
मेड़ता (तहसील) उक्त आंकड़ों के अतिरिक्त इस जिले में नागौर, कुचामन सिटी, डेह, नावां, पांचवा, मेड़ता सिटी जैसे नगरों में दिगम्बर जैन समाज की अच्छी संख्या है।
लाडनूं शहर
नागौर तहसील
नागौर शहर
जायल
नावां
नागौर में दिगम्बर जैन जनसंख्या सन् 1911 में 114 तथा घर तथा 326 स्त्री-पुरुष थे। इसके पूर्व जब महासभा के उपदेशक हकीम कल्याणमल यहां आये तो उन्होंने 1500 घर एवं दो मंदिरों का उल्लेख किया है। लेकिन वर्तमान में यहां 2000 घरों की बस्ती है जिनमें 135 घर बीस पंथ पंचायत में, 35 घर तेरहपंथी मंदिर पंचायत में तथा 30 घर साढे सोलह पंथ पंचायत में हैं। बीसपंथी मंदिर के अध्यक्ष श्री जीवराज पहाड़िया हैं तथा जीवराज जी पाटनी मंत्री हैं। तेरहपंथी पंचायत के श्री नन्दलाल मच्छी (चांदवाड) अध्यक्ष हैं तथा साढ़े सोलह पंथ पंचायत के श्री दीपचन्द जी सबलावत अध्यक्ष हैं। नागौर ही ऐसा नगर है जहां साढ़े सोलहपंथ भी हैं।