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राजस्थान प्रदेश का जैन समाज /369
श्री बसन्तकुमार जैन शास्त्री (बोहरा)
माता-पिता का नाम - पिता स्व.श्री कस्तूरचंद जैन, माता स्व. गुलाब देवी जैन (वती रही,वृत्ती अवस्था में स्वर्गवास)
जन्म दिनांक - 21-2-35 ई. शिक्षा- राजकीय इन्टर कामर्स,धार्मिक शास्त्री,एजे पी.एच. व्यवसाय - सर्विस परिवार के अन्य सदस्यों का नाम व उनका सामान्य परिचयः
पत्नी श्रीमती विमला जैन (चाकसू के सुप्रसिद्ध बड़जात्या परिवार की पुत्री) पांच पुत्र एक पुत्र विवाहित, पुत्रवधू बनेठा के प्रसिद्ध पांड्या परिवार की पुत्री,चार अध्ययनरत । एक भाई,भाई की पत्नी एवं इनके तीन पुत्र,सभी धार्मिक विचार के । सात्विक खानपान एवं सादा रहन-सहन।
जीवन की उपलब्धियां :
1- सन् 1967 में जापान एवं सिंगापुर की यात्रा । बौद्ध भिक्षुओं से टोकियो में भ.
महावीर एवं बौद्ध कालीन चर्चायें। श्रीमती विमला बैनधए श्री. बसन्त कुमार बोहरा
2- सम्पर्क में आये सज्जनों एवं माता बहिनों के हृदय में धार्मिक विचारों का संचार
करना तथा युवा वर्ग को सन्मार्ग पर लाना । मुनि वर्ग में विशेषतया आचार्यवर वीरसागर जी, आचार्यवर शिवसागर जी एवं आचार्यवर धर्मसागर जी तथा आचार्य कल्प श्रुतसागर जी महाराज के सानिध्य का विशेष सुयोग प्राप्त।
3. उत्तर प्रदेश जिला शाहजहांपुर के खुदागंज कस्बे के 20 वैष्णव अग्रवाल परिवारों को दिगम्बर जैन बनाकर जैन मंदिर की स्थापना कराई गई । 16 जुलाई, 1983 ईस्वी ।
4- सभी तीर्थ क्षेत्रों की यात्रायें की । पूर्ण भारत भ्रमण किया।
5. चार धार्मिक उपन्यास लिखे,तीन सामाजिक नाटक लिखे, पूजन,भजन कविताओं की रचना की तथा अखबारों में लेख आदि प्रकाशित हुने ।
6- राजनैतिक गतिविधियों में भाग लिया। श्री बसन्तकुमार जी अत्यधिक विनयी एवं मधुरभाषी है । धार्मिक प्रवृत्तियों में भाग लेते रहते हैं । पता - बसन्त निवास शिवाड़ जिला-सवाई माधोपुर, राज)