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340 / जैन समाज का वृहद् इतिहास
1993 में श्रीमती थापा देवी के साथ हुआ। आपको पांच पुत्रों की प्राप्ति हुई। ज्येष्ठ पुत्र श्री हरकचन्द राज्य सेवा में हैं। द्वितीय पुत्र बाबूलाल गांव में ही व्यवसाय करते हैं। तृत्तीय पुत्र ताराचंद राज्य सेवा में हैं। वे शिक्षक हैं। चतुर्थ पुत्र श्री कमलेश कुमार बी. कॉम., एल.एल.बी. डिप्लोमा इन लेबर ला है तथा राज्य सेवा में है। आपकी पत्नी श्रीमती गायत्री देवी भी एम.ए., बी.एड. है तथा राज्य सेवा में हैं छोटे पुत्र पत्र में है।
श्री कल्याणमल जी शुद्ध खान-पान वाले हैं। मुनिभक्त हैं। मुनियों को आहार देने में रुचि रखते हैं। सभी तीर्थों की वंदना कर चुके हैं। प्रतिदिन पूजा अभिषेक करते हैं। प्रस्तुत पुस्तक लेखक के मामाजी हैं।
श्री कमलेश कुमार
श्रीमती गायत्री देवी धर्मपत्नी श्री कमलेश कुमार
पता : श्री कल्याणमल बोहरा भु. टहटडा पो. जटवाड़ा, तहसील वस्सी (जयपुर)
श्री गंभीरमल जैन बड़जात्या
मोजमाबाद के चौधरी परिवार में फाल्गुण सुदी 10 संवत् 1989 में जन्में श्री गंभीरमल चौधरी विशाल व्यक्तित्व के धनी हैं। आपने अपने सामाजिक जीवन में जो प्रसिद्धि एवं लोकप्रियता प्राप्त की है वह उल्लेखनीय एवं प्रशंसनीय है। आपके पिताजी श्री भंवरलाल जी एवं माताजी श्रीमती राजबाई दोनों का ही स्वर्गवास हो चुका है। आपका विवाह मालपुरा के श्री प्रेमचंद जी कासलीवाल की बहिन गटनी बाई के साथ संपन्न हुआ | आपको चार पुत्रों संजयकुमार, सुशीलकुमार, सुनीलकुमार एवं चुन्नीलाल के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त है।
गंभीरमल जी सबको साथ लेकर चलने वाले हैं। एक बार मोजमाबाद से श्री महावीर जी तक पैदल यात्रा संघ को ले जा चुके हैं। इसी तरह मोजमाबाद से सोनागिरी तक बस द्वारा एक सप्ताह की सबको यात्रा करा चुके हैं। आप मोजमाबाद माम पंचायत के उपसरपंच रह चुके हैं। अप्रकाशित जैन साहित्य को प्रकाश में लाने में आपकी पूर्ण रूचि है।
मोजमाबाद के प्रसिद्ध आदिनाथ स्वामी के मंदिर की जीर्णोद्धार समिति के आप मंत्री हैं तथा समाज से आर्थिक सहायता जुटाकर जीर्णोद्धार का बहुत ही प्रशंसनीय कार्य संपन्न कराया है।
पता : मु. पो. मोजमाबाद (जयपुर)