________________
राजस्थान प्रदेश का जैन समाज /339 नागपुर में आयोजित भारतीय दिगम्बर जैन महासभा अधिवेशन के अध्यक्ष थे । उनके नाम से सांभर में सेठ गुलाबचन्द काला मार्ग प्रसिद्ध हैं।
1
श्री कैलाशचन्द जी काला के जीवन पर उन्हीं के संस्कारों का पूर्ण प्रभाव है इसलिये आपका जीवन भी पूर्णतः सामाजिक एवं धार्मिक बना हुआ है। सन् 1985 में आचार्य धर्म सागरजी महाराज ने लूणवां में चातुर्मास किया तब आप चातुर्मास कमेटी के संयोजक रहे और छः महीना वहीं रहकर मुनि संघ की पूरी प्यावृत्ति करने का सौभाग्य मापा किया। लूगवां अंतराय क्षेत्र के आप टुरटी भी हैं। आपका पूरा परिवार मुनि संयों की सेवा में तत्पर रहता है। सांभर में विहार करने वाले सभी मुनियों को आहार देकर अपूर्व पुण्य लाभ लेते हैं। पक्के मुनिभक्त हैं, आचार्य धर्मसागर जी महाराज के संघ को नांवा से लूणवां तक लाने में आपका प्रमुख योगदान रहा। आप धार्मिक, सामाजिक एवं सार्वजनिक कार्यों में विशेष रुचि लेते हैं एवं अपने पितामह के नाम पर सांभर नगर में सड़क का स्वयं के खर्चे से निर्माण कराया ।
स्वभाव से उदार एवं दानशील हैं। वर्तमान में सांभर के गणमान्य नागरिक हैं
पता : गुलाबकुंज, सेठ गुलाबचंद काला मार्ग, सांभर लेक (राज.)
फोन नं. आफीस 171 निवास 25 कृषिकार्म 15
श्री कल्याणमल पाटनी
बस्सी तहसील के काशीपुरा गांव के निवासी श्री कल्याणमल जी पाटनी माने हुये समाज सेवी हैं। गांव तहसील एवं स्टेट की विभिन्न सामाजिक एवं राजकीय संस्थाओं में आपका सक्रिय योगदान रहता है। आप ग्राम पंचायत के सदस्य हैं। सहकारी समिति के अध्यक्ष हैं। पाम की शिक्षा समिति एवं काशीपुरा जैन समाज के अध्यक्ष हैं। पदमपुरा क्षेत्र कमेटी के गतिशील सदस्य है ।
आपका जन्म चैत्र सुदी पूर्णिमा संवत् 1974 को हुआ। सामान्य शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् अपने गांव में ही लेन देन एवं खेती का कार्य प्रारंभ कर दिया। आपके पिताजी श्री गेंदीलाल जी एवं माता जी फूला देवी का स्वर्गवास हो चुका है। आपके दो विवाह हुये। दूसरा विवाह संवत् 2012 में शांतिदेवी के साथ संपन्न हुआ। आप दो पुत्र प्रेमचन्द एवं अनिल कुमार तथा चार पुत्रियां राजा, गुढी, विमला एवं शशि के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हो चुके हैं।
पाटनी जी अपने गांव में समाज में किसी भी प्रकार के सेवा कार्य में पीछे नहीं रहते।
पता : मु.पो. काशीपुरा (बस्सी) जयपुर ।
श्री कल्याणमल बोहरा
बस्सी तहसील में टहटड़ा ग्राम के निवासी श्री कल्याणमल जी बोहरा अपने क्षेत्र में प्रभावशाली व्यक्तित्व के धनी हैं। आपका जन्म फाल्गुण सुदी 6 संवत् 1970 को हुआ । आपके पिताश्री मन्नालाल जी ठिकाने में पटवारी थे। उनका स्वर्गवास संवत् 2004 में हो गया। माता श्रीमती मोतादेवी का स्वर्गवास संवत् 1885 में हुआ। आपका विवाह वैशाख सुदी 3 संवत्