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श्री ताराचंद अजमेरा
जयपुर में धर्मप्रेमी श्री लालजीमल जी अजमेरा के यहां दिनांक 2 अक्टूबर 1928 को जन्में श्री ताराचंद जी अजमेरा समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं। 15 वर्ष की अल्पायु में सन् 1943 में आपने मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण की। आपके पिता राज्य कर्मचारी थे जिनका सन् 1947 में स्वर्गवास हो गया। आपकी माताजी कस्तूरदेवी जी धार्मिक विचारों की महिला थी। श्री ताराचंद जी पांच भाईयों में चौथी संतान हैं। आपकी पांच बहिनें भी हैं। आपका विवाह पिताजी के देहावसान के एक वर्ष पचमी चम्पादेवी के साथ हुआ. मेजर धार्मिक प्रवृत्ति की गृह कार्य में दक्ष महिला है। आपके दो पुत्र व दो पुत्रियां हैं। आपके दोनों पुत्र श्री सुभाष चन्द्र व श्री अशोककुमार स्नातक स्तर तक शिक्षा ग्रहण कर अपने पैतृक व्यवसाय में रत हैं ।
अजमेरा जी का व्यक्तित्व राष्ट्रीय विचारों से ओतप्रोत है। आपका प्रारंभ से हो स्वतंत्रता सेनानियों से परिचय रहा । आपने स्वतंत्रता संग्राम में भी सक्रिय भाग लिया। सन् 1943 में जब नेहरू जी एवं इंदिरा जी जयपुर आये और यहां लक्ष्मीनारायण जी के बाग में ठहरे तब आपका उनके आतिथ्य सत्कार में प्रमुख योगदान रहा। राजस्थान के अग्रज राष्ट्रीय नेता श्री जमनालाल बजाज, श्री हीरालाल शास्त्री एवं श्रीमती रतनशास्त्री के भी आप संपर्क में रहे। आप जयपुर चेम्बर आफ कॉमर्स एंड इन्डस्ट्रीज, सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी जयपुर, राज सर्राफा संघ, जौहरी बाजार के सचिव हैं, व्यापार मंडल, देवस्थान किरायादार संघ की कार्यकारिणी के सदस्य एवं जयपुर स्टाक एक्सचेंज लि. के सम्माननीय सदस्य है ।
श्री अजमेरा जी कला प्रेमी हैं। आप प्राचीन कलाकृतियों की परख में दक्ष हैं। आप वर्तमान में चांदी सोना व जवाहरात के व्यवसाय में रत हैं। आपका व्यावसायिक प्रतिष्ठान अजमेरा जैन ज्वैलर्स के नाम से जौहरी बाजार में प्रतिष्ठित संस्थान है। आपने समस्त देशों के लिये कोरियर सेवा भी प्रारंभ कर रखी है। आप धार्मिक प्रवृत्ति के सद्द्महस्थ और श्रावक है। आपने सन् 1981 में फाल्गुन की अष्टाहिका में श्री चौबीस महाराज के मंदिर में सिद्धचक्र विधान का सफलता पूर्वक आयोजन करवाया । आप प्रतिदिन पूजा पाठ करते है तथा मुनियों के परम भक्त हैं। जरूरतमंद की तनमन धन से सेवा करते हैं।
पता - अजमेरा भवन न. 1 मोतीसिंह भोमिया का रास्ता,
चौथा चौराहा, जौहरी बाजार, जयपुर 302003
प्रतिष्ठान अजमेरा जैन ज्वैलर्स, 210 जौहरी बाजार,
जयपुर नगर का जैन समाज / 241
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जयपुर
डॉ. ताराचन्द गंगवाल
चिकित्सा जगत् में जयपुर में डा. ताराचन्द गंगवाल का नाम सर्वोपरि है। अगस्त 3 सन् 1903 को नीम का थाना में जन्में डा. गंगवाल वर्तमान में सबसे वयोवृद्ध डाक्टर हैं जिनकी मेडिकल उपाधियों एवं सेवाओं की एक लम्बी तालिका है। सन् 1928 में आपने मेडिकल जीवन प्रारंभ किया और इस दिशा में सभी ऊंचाईयों को पार करते हुये अभूतपूर्व ख्याति एवं प्रसिद्धि प्राप्त
डॉ. ताराचन्द जी गंगवाल धर्मपत्नी के मान