________________
पूर्वांचल प्रदेश का जैन समाज/143
विशेष; राणोली में आपके परिवार द्वारा नशियां बी में मान स्तम्प का निर्माण करवाया था । राणोली में ही जैन भवन में एक कमरे का निर्माण करवाया है। नलबाडी एवं सीकर के पंचकल्याणकों में आपके पिताजी ने इन्द्र के पद को सुशोभिक्त किया था। आपकी धर्म-पत्नी ने सभी तीर्थों की वन्दना कर ली है। आपके द्वारा डीमापुर मंदिर के समवसरण में एक मूर्ति विराजमान की गयी है । आप मुनि श्री विजय सागर जी महाराज के कट्टर भक्त रहे हैं। डीमापुर क्लॉथ एसोसियेशन के सदस्य हैं तथा भारतवर्षीय दि.जैन महासभा के सदस्य हैं । अति उत्साही कार्यकर्ता हैं।
पता : डीमापुर फैन्सी स्टोर,डीमापुर
श्री नथमल बाकरलीवाल
जन्मतिथि : 30/06/1927 पिताश्री स्व.श्री भंवरीलाल जी बाकलीवाल
माताश्री स्व.श्रीमती भंवरी देवी
विवाह : वर्ष 1945 पत्ली - श्रीमती चम्पा देवी
श्री बाकलीवाल समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं । आप दार्शनिक स्वभाव के है तथा समाज सुधार की पावना रखते हैं। सन् 1972 में आप यूरोप भ्रमण कर चुके हैं।
राज्य सरकार की ओर से आप इम्फाल में म्यूनिसिपल के चैयरमैनरहे । एसोसियेटेड मणिपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स इम्फाल के संस्थापक सेक्रेटरी,मारवाड़ी सम्मेलन इम्फाल शाखा के अध्यक्ष, मनीपुर होर्टीकल्चरल सोसायटी इम्फास के कोषाध्यक्ष, लायन्स क्लब इम्फाल के प्रेसीडेन्ट,मारवाडी धर्मशाला के ट्रस्टी,खादी मामोद्योग एसोसियेशन एवं आदिम जाति सेवक संघ के सैक्रेट्री रह चुके हैं । बागवानी, फोटोग्राफी एवं योग विद्या के आप प्रेमी हैं।
परिवार : आपके चार पुत्र अनिल,सुनील,राकेश एवं सनतकुमार तथा दो पुत्रियां सुमन एवं अनिता है । दो पुत्र एवं पुत्री का विवाह हो चुका है। श्री नन्दलाल गंगवाल
जन्पतिथि: कार्तिक सुदी 3 संवत् 1892 शिक्षा : मैट्रिक व्यवसाय: ट्रांसपोर्ट/ ट्रेवल एजेन्सी
माता-पिता : स्व. श्री सदासुख जी गंगवाल । सन् 1965 में 66 वर्ष की आयु में स्वर्गवासी हुये थे।