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168/ जैन समाज का वहद इतिहास
सागर जी महाराज
दोनों पुत्रियां इन्दिरा एवं सरला का विवाह हो चुका है।
विशेष : प्रारम्भ में लाडनूं से जोरहाट एवं जोरहाट से सन् 1944 में इम्फाल आये । प्रारम्भ में सर्विस की और फिर 1965 से व्यवसाय करने लगे।
धार्मिक प्रवृत्तियां : आपका पूरा परिवार धार्मिक प्रवृत्ति का है। आपकी धर्मपत्नी ने एक बार लाडनूं में तथा दो बार इम्फाल में दशलक्षण व्रत के उपवास किये । आपकी पुत्र वधू श्रीमती गिनिया देवी ने इम्फाल में तीन बार दशलक्षण व्रत किये । आपके सुपौव पवन कुमार के कनिष्ठ पुत्र श्री समीर कुमार ने 16 वर्ष की अल्पायु में इम्फाल में प्रथम बार दशलक्षण व्रत करके एक यशस्वी कार्य किया है |
सामाजिक : महासभा के स्थायी सदस्य, एसोसियेटेड चैम्बर ऑफ कॉमर्स,मणिपुर के सदस्य हैं । स्वभाव से मधुर एवं आतिथ्य प्रेमी हैं।
पता : मोहन मोटर्स, थांगल बाजार, इम्फाल (मणिपुर)
प्रमत्र कुमार सेठी
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श्री रखीलाल पाटनी
जन्मतिथि : सावर सुदी पंचमी संवत् 1995 शिक्षा : सामान्य
माता-पिता: श्री रामजीवन जी । आपका स्वर्गवास बहुत छोटी अवस्था में जब केवल 44 वर्ष के थे आज से 55 वर्ष पूर्व हो गया था। माताजी श्रीमती जाती देवी की छत्रछाया अभी 10 वर्ष पूर्व ही उठी है।
व्यवसाय : दुकान एवं दलाली
विवाह: संवत 2000 में मैना देवी के साथ सम्पन्न हुआ।
मैना देवी धर्मपत्नी रखीलाल पाटनी
परिवार : आपके 4 पुत्र एवं 3 मुत्रियां हैं।
सबसे बड़े पुत्र श्री आनन्दीलाल हैं जो 40 वर्षीय हैं। उनकी पत्नी का नाम लक्ष्मी देवी हैं। दो पुत्र एवं एक पुत्री से अलंकृत हैं । दूसरा पुत्र गजेन्द्र जैन है । आयु 28 वर्ष , पत्नी का नाम उर्मिला है। दो पुत्र एवं एक पुत्री से अलंकृत है । तृतीय पुत्र श्री पवन कुमार 30 वर्षीय है विवाहित हैं तथा दो पुत्रियों के पिता है। पत्नी का नाम शशि है । चतुर्थ पुत्र श्रीपाल जैन 27 वर्षीय है । बिवाह हो चुका है । पत्नी का नाम मंजू देवी है । एक पुत्र से अलंकृत हैं । श्री पाटनी
पन पैना देवी धर्मपत्नी रखीलाल
पाटनी