Book Title: Bhadrabahu Sanhita Part 2
Author(s): Bhadrabahuswami, Kunthusagar Maharaj
Publisher: Digambar Jain Kunthu Vijay Granthamala Samiti
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ऊर्ध्वगामी और क्रूर वायु का फल सब ओर से चलने वाले शीघ्रगामी पवन का फल राजा की सेना में दुर्गन्धित प्रतिलोम वायु का फल पश्चिम दिशा की सेना का वध सूचक वायु सन्ध्या की सपरिघा वायु का फल प्रतिलोम वायु का फल दिशा और विदिशा के अनुसार वायुओं का फल वर्षाभाव सूचक वायु वायु के द्वारा वर्षा सम्बन्धी फलादेश श्रावण आदि महीनों में वायु के चलने का फल वायु द्वारा राष्ट्र, नगर सम्बन्धी फलादेश व्यापारिक फलादेश दशम अध्याय प्रवर्षण के वर्णन करने की प्रतिज्ञा ज्येष्ठ मास में मूल नक्षत्र को बिताकर वर्षा होते ही फलादेश के विचार करने का कथन आषाढ़ शुक्ला प्रतिपदा को पूर्वाषाढा नक्षत्र में प्रथम प्रवर्षण का फल उत्तराषाढा नक्षत्र के प्रथम प्रवर्षण का फल श्रवण नक्षत्र के प्रथम प्रवर्षण का फल धनिष्टा नक्षत्र के प्रथम प्रवर्षण का फल शतभिषा नक्षत्र के प्रथम प्रवर्षण का फल पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम प्रवर्षण का फल उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम प्रवर्षण का फल रेवती नक्षत्र के प्रथम प्रवर्षण का फल अश्विनी नक्षत्र के प्रथम प्रवर्षण का फल भरणी नक्षत्र के प्रथम प्रवर्षण का फल कृत्तिका नक्षत्र के प्रथम प्रवर्षण का फल
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