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Lymphatic
(ट) लसिका-तन्त्र (Lymphatic System) - इसका सम्बन्ध मुख्यता से प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) से है, इसके मुख्य अवयव Lymphatic
Pulmonary capillaries
circulation लसिका-द्रव, लसिका-वाहिनी एवं लसिका-ऊतक |Lymphहैं। यह तन्त्र शरीर के आन्तरिक द्रव को छानने , श्वेत-रक्त-कणिकाओं (WBC) का संरक्षण करने users तथा रोगों से सुरक्षादि करने का कार्य करता है।
भले ही कार्य के आधार पर सभी तन्त्र अलग-अलग होते हैं, फिर भी ये सभी तन्त्र एक-दूसरे के आश्रित रहते हैं और इनके बीच के समन्वय, सन्तुलन तथा सहयोग के कारण ही शरीर |Tissue fluid
-Blood plasma एक इकाई के रूप में अपना कार्य करता रहता है।
Systemic शरीर-प्रबन्धन के लिए यह जानना आवश्यक है कि
circulation
Lymphatic capillaries यदि एक अंग या एक तन्त्र भी बीमार पड़ जाए, तो पूरे शरीर की गतिविधियाँ प्रभावित हो जाती हैं, अतः यदि व्यक्ति को स्वस्थ रहना है, तो उसे प्रत्येक तन्त्र के अनुकूल आहार-विहार, रहन-सहन और अन्य व्यवहार करना चाहिए। यह जागृति शरीर के सम्यक् प्रबन्धन के लिए जरुरी है।
Lymph
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अध्याय 5 : शरीर-प्रबन्धन
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