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कपिकच्छु
कपिकच्छु - संज्ञा, स्त्री० ( सं० यौ० )
केवाँच.
कपिकुंजर - संज्ञा, पु० (सं० यौ० ) बानरेंद्र, हनुमान । कपिकेतु, कपिध्वज-संज्ञा, पु० यौ० (सं० ) अर्जुन, कपि-प्रिय ।
कपित्थ- संज्ञा, पु० ( सं० ) कैथे का पेड़ या फल ।... it परिपक्व कपित्थ सुगंध रसम्” – भो प्र० । कपिरथ- संज्ञा पु० (सं० यौ० ) श्रीराम, अर्जुन | कपिल - वि० (सं० ) भूरा, मटमैला, मड़े रंग का सफ़ेद | संज्ञा, पु० - श्रग्नि, कुत्ता, चूहा, शिलाजीत, शिव, वानर, सूर्य, विष्णु, सांख्यशास्त्र के आदि प्रवर्तक एक मुनि, सगर-सुतों को भस्म इन्होंने किया था, कर्दम प्रजापति के औरस और देवत के गर्भज पुत्र थे । इन्हें भगवान का श्व अवतार माना गया है, इनका शास्त्र निरीश्वर दर्शन कहा जाता है, बरना पेड़ | यौ० कपिलधारा - गंगा, तीर्थ विशेष | कपिलता-संज्ञा स्त्री० (सं० ) केवाँच, कौंछ । संज्ञा स्त्री० कपिलता - भूरापन, पीलापन, ललाई, सफ़ेदी । कपिलवस्तु-संज्ञा, पु० (सं० ) गौतम बुद्ध का जन्म-स्थान । " कपिलवस्तु को नृप शुद्धोदन, तासु पुत्र गौतम जानो --" कु० वि० ।
कपिला - वि० स्त्री० (सं० ) भूरे रंग, मटमैली, सफ़ेद दागवाली, सीधी सादी, भोली भाली। संज्ञा स्त्री० (सं० ) सफ़ेद रंग की सीधी गाय । पुंडरीक नामक दिग्गज की पत्नी, दक्ष नृप की कन्या, जोंक, चींटी, मध्य प्रदेश की एक नदी । जिभि कपिलहि घालै हरहाई -- रामा० । यौ० कपिलागत -- सांख्य-शास्त्र ।
कपिश - वि० सं०) काला और पीला रंग लिये भूरे रंग का, मटमैला, बादामी, कृष्ण पीत वर्ण । कपिस (दे० ) ।
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कपोताक्ष
कपिशा - संज्ञा, स्त्री० (सं० ) एक प्रकार का मद्य, एक नदी, कसाई, कश्यप की एक स्त्री जिससे पिशाच उत्पन्न हुए थे, एक नदी । कपीश - संज्ञा, पु० (सं० ) वानरों का राजा, हनुमान, सुग्रीव । कपीश्वर । कपूत - ( कपुत्र) संज्ञा, पु० दे० (सं० कुपुत्र ) बुरा लड़का, दुराचारी पुत्र । कपूती - संज्ञा० स्त्री० पुत्र के योग्य कार्य । afe कमर कपूती पै ० व० | संज्ञा, स्त्री० -- कुपुत्र की माता ।
(दे० ) दुराचार, "कीन्ही है अनैसी
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कपूर -- संज्ञा, पु० दे० (सं० कपूर ) दालचीनी की जाति के पेड़ों से निकला हुआ सफेद रंग का एक जमा हुआ सुगंधित पदार्थ, काफूर । यौ० कपूरतिलकब्रह्मावर्त ( बिठूर ) का एक हाथी । सु० कपूरखाना -- विषखाना । कपूरकच संज्ञा, स्त्री० यौ० ( हिं० ) एक सुगंधित जड़ वाली वनौषधि ( लता ) तिरुती | कपूरी - वि० दे० ( हिं० कपूर ) कपूर का बना हुआ हलके पीले रंग का । संज्ञा पु० (दे० ) हलका पीला रंग, एक प्रकार का कदुवा पान । एक प्रकार का सुगंधित पौधा -- कपूरपत्ती ।
कपात संज्ञा, पु० (सं० ) कबूतर, परेवा, पारावत (सं० ) पक्षी, भूरे रंग का कच्चा सुरमा । यौ० कपातपालिका कबूतर ख़ाना । कपोतवर्णी - संज्ञा, स्त्री० (सं० ) छोटी इलायची । कपातका - संज्ञा, स्त्री० (सं० ) ब्रह्मी बूटी ।
कपोतवृत्ति - संज्ञा स्त्री० यौ० ( सं० )
श्राकाशवृत्ति, रोज़ कमाना रोज़ खाना । कपोतव्रत - संज्ञा, पु० (सं० ) चुपचाप दूसरों के अत्याचारों को सहना । कपोतसार संज्ञा, पु० (सं० ) भूरे रंग का सुरमा ।
कपोतात - संज्ञा, पु० (सं०) एक नद विशेष |