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गन
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गफ्फा गन-संज्ञा, पु० (दे०) गण (सं०) संज्ञा, अफ़वाह, वह झूठी बात जो बड़ाई प्रगट पु. (अ.) बंदूक।
करने के लिये की जाय, डींग, शेखी। गनगन-संज्ञा, स्त्री० (अनु० ) कांपने या मु०-गप्प हांकना-लड़ाना- काल्पनिक रोमांच होने की मुद्रा । किसी वस्तु के तेज़ी बातें करना । संज्ञा, पु. ( अनु० ) वह शब्द से घूमने का शब्द।
जो झट से निगलने, किसी नरम वा गली गनगनाना-अ. कि. ( अनु० गनगन) वस्तु में घुसने से होता है, सरलता से शीत आदि से रोमांच या कंप आदि का निगलने योग्य । होना, बड़े वेग से किसी वस्तु का चक्कर मु०-गप कर जाना-हड़प जाना, किसी लगाना या घूमना।
की किसी वस्तु का हरण करके हजम कर गनगौर-संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० गण+ लेना, चुरा लेना । यौ० गपागप---जल्दी गौरी ) चैत्र शुक्ल तृतीया, इस दिन स्त्रियाँ जल्दी निगलना, झटपट खाना। निगलने या गणेश और गौरी की पूजा करती हैं। ख़ाने की क्रिया, भक्षण करना। गनना -स० कि० (दे०) "गिनना | गपकना-स. कि. ( अनु० गप+हि. (सं० गणना )।
करना) चटपट निगलना, झट से खा लेना, गनाना-स० कि० (दे० ) "गिनाना" अपहरण करना। अदा कर लेना, ले लेना । अ० क्रि०- | गपड़चौथ-संज्ञा, स्त्री० दे० (हि. गपोड़गिना जाना।
बातचीत+चौथ ) व्यर्थ की बात-चीत, गनियारी-संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० गणि- लीपपोत, अंड-बंड, अव्यवस्था । कारी ) छोटी अरनी, शमी की तरह का गपना-स० क्रि० दे० (हि० गप) बकना, एक पौधा।
बकबाद करना, गप मारना। गनी-संज्ञा, पु. (अ.) गनी (दे०) धनी, गपशप-संज्ञा, पु० (दे०) झूठी-सच्ची ......गनी गरीब नेवाज"-तु.। | बात मनोरञ्जन या मनोविनोद की बात । ग़नीम-संज्ञा, पु. (अ.) लुटेरा, डाकू, गपिहा, गपिया-वि० (दे० ) गप मारने बैरी, शत्रु । गनीम (दे.)।
वाला, बकबादी, बातूनी। गनीमत-संज्ञा, स्त्रो० (अ.) लूट का माल गपोड़ा-- संज्ञा, पु० दे० (हि. गप ) मिथ्या वह माल जो बिना परिश्रम के मिले, मुफ्त | बकबाद, व्यर्थ की बात, कपोल कल्पना, का माल, सन्तोष की बात (दे०) गनीमत । वि०-गप मारने वाला-गपोडिया (दे०)। गन्ना-संज्ञा, पु० दे० (सं० कांड) ईख, गप-संज्ञा, स्त्री० (दे०) गप, वि०-गप्पीऊख, मोटी ईख ।
गप मारने वाला। गप-संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० कल्प) (वि० | गप्पा-संज्ञा, पु० दे० ( अनु० गप ) धोखा, गप्पी ) इधर उधर की बात जिसकी सत्यता | छल, झूठ। का निश्चय न हो । वह बात जो केवल जो गप्पी-वि० दे० (हि. गप ) गप मारने बहलाने के लिये की जाय, काल्पनिक बात, या हाँकने वाला, छोटी बात को बढ़ा कर बकवाद, मिथ्याबाद, गप्प-(दे० )। कहने वाला। यौ०-गपशप–इधर-उधर की बातें। गफ-वि० ( फा० ) घना, ठस, गाढ़ा, धनी मु०-गप उड़ाना-झूठी बातें कहना। बुनावट का ( वस्त्र ) गप मारना-झूठी विनोदपूर्ण बात | गफ्फा - संज्ञा, पु० दे० ( अनु० गप ) बहुत करना। झूठी खबर, मिथ्या सम्वाद, बड़ा कौर, बड़ा ग्रास, लाभ, फायदा।
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