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हिलोर - हिलोरा
स्थान से हटाना या उठाना, भुलाना, ऊपर नीचे या इधर उधर डुलाना, हिलावना (दे० ) । स० क्रि० दे० ( हि० हिलगनt ) परवाना, अनुरक्त और परिचित करना । स० क्रि० (दे० ) पैठाना, घुमाना, धँसाना |
हिलोर - हिलोरा - संज्ञा, पु० दे० हिल्लोल ) लहरी, मौज, तरंग, मुहा० - हिलोरे लेना - तरंगित
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( सं०
लहर ।
होना,
लहराना । हिलोरना स० क्रि० ( हि० हिलोर + ना - प्रत्य० ) पानी में हिलकर उसमें लहरें, उठाना, लहराना, हलोरना | हिलोल - संज्ञा, पु० (दे०) हिलोर (हि०) लहर, तरंग |
हिल्लोल - संज्ञा, पु० (सं०) लहरी, लहर, तरंग, मौज, हिलोरा, हर्ष की हिलोर, आनंद तरंग, उमंग |
हिवंचल - संज्ञा, पु० दे० (सं० हिमाचल ) हिमालय, हिमंचल |
संज्ञा, ५० दे० (सं० हिम ) बर्फ, तुषार,
पाला ।
हिवर, हिवार - संज्ञा, पु० दे० (सं० हिम )
हेवार (ग्रा० ), बर्फ, तुषार, पाला । हिसका - संज्ञा, पु० दे० (सं० ईर्ष्या ) डाह, ईर्ष्या, स्पर्द्धा देखादेखी में होने वाली इच्छा ।
हिसाब - संज्ञा, पु० (अ० ) गणित, गिनती, लेखा, महाजनों के छाय - व्यय या लेन-देन की बही का लेख, उच्चापन ( प्रान्ती० ) । मुहा० - हिसाब चुकाना या चुकता करना - जो जिम्में निकले उसे सब का सब दे डालना । " हिसाबे दोस्तां दर दिल अगर वह दिलरुबा समझे" - ज़ौक़ | हिसाब ( किताब ) साफ़ करना - लेन देन का हिसाब करना, अपना ऋण दे डालना | हिसाब करना ( ) -- लेन-देन के : ब्योरे का निर्णय करना ( होना), • नेय
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हिसाब-किताब
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दे देना । हिसाब लेना - जमा-खर्च या प्राय-व्यय का ब्यौरा पूछना, किसी से जो पाना है उसे लेना । हिसाब देनाजमा - खर्च का ब्यौरा बताना या समझाना, जो जिम्में निकलता हो उसे देना । हिसाब लेना या समझना - यह पूछना जाँचना या जानना कि कितना धन कहाँ व्यय हुआ । ( ईश्वर या ख़ुदा के यहाँ या सामने ) हिसाब होना - किये हुए पाप-पुण्य की जाँच ईश्वर के यहाँ होना । वे हिसाबप्रत्यंत, बहुत ज्यादा या अधिक । हिसाब रखना - आय व्यय का ठीक व्यौरा लिख रखना । हिसाब बैटना ( बैठाना ) - यथायोग्य प्रबंध होना ( करना ), यथेष्ठ सुपास या सुभीता होना, श्रभीष्ट सुविधा करना या होना ( करना ), आय-व्यय या जमा - खर्च ( लेने-देने) का व्यौरा ठीक होना, विधि मिलाना (मिलना ) | हिसाब से - संयम से, कायदे से, रीत्यानुसार, नियमपूर्वक, परिमित ठीक ठीक, लिखे व्योरे के अनुकूल । हिसाब न होना अति अधिक मात्रा या संख्यादि) होने से अनुमान या अंदाजा न होना | बेड़ा या देहा हिसाब - कठिन या कड़ा कार्य, गड़बड़ी,
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व्यवस्था | संख्या मानादि को निर्धारित करने वाली विद्या, गणित-विद्या, गणित का प्रश्न, दर, भाव यौ० हिसाब-किताब । मुहा०-- हिसाब से क्रम, गति या परि माण के विचार या ध्यान से मुताबिक, अनुसार । व्यवस्था, नियम, रीति, कायदा, विधान, समझ, विचार, धारणा, मत, दशा, चाल ढाल, हाल, ढंग, मितव्यय किफायत, रहन-सहन, रीति रस्म, श्राचार-व्यवहार, अवस्था तरीका |
हिसाब किताब - संज्ञा, पु० यौ० ( अ० ) श्राव्ययादि का लिखा हुधा व्यौरा, रीति, तरीक़ा, चाल, ढंग । यौ० - गणित की पुस्तक, थाय-व्ययादि की बही या लेखा ।
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