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गुजरात
गुजरात - संज्ञा, पु० दे० (सं० गुर्जर + राष्ट्र) ( वि० गुजराती ) भारतवर्ष के दक्षिणपश्चिम प्रांत का एक देश । गुजराती - वि० ( हि० गुजरात ) गुजरात का निवासी गुजरात देश में उत्पन्न, गुजरात का बना हुआ | संज्ञा, स्त्री० - गुजरात देश की भाषा, छोटी इलायची । गुजरान संज्ञा, पु० (दे० ) गुज़र | गुजराना – स० क्रि० (दे० ) गुज़ारना गुजरिया - संज्ञा, स्त्री० दे० ( हि० गूजर ) गूजर जाति की स्त्री, ग्वालिन, गोपी, मिट्टी की बनी स्त्री ( खेलौना ) | गुजरी - संज्ञा, स्त्री० दे० ( हि० गूजर ) कलाई में पहनने की एक पहुँची, कानकटी भेंड़, (दे०) गूजरी ।
गुजरेटी - संज्ञा स्त्री० दे० (हि० गूजर ) गूजर जाति की कन्या, गूजरी, ग्वालिन । गुजरता - वि० (फा० ) बीता हुआ, विगत, व्यतीत, भूत काल |
गुज़ारना - स० क्रि० दे० ( फ़ा० ) बिताना, काटना, पहुँचाना, पेश करना |
गुज़ारा - संज्ञा, पु० ( फा० ) गुज़र, गुजरान, निर्वाह, जीवन निर्वाह के लिये वृत्ति, महसूल लेने का स्थान |
गुज़ारिश - संज्ञा, स्त्री० ( फा० ) निवेदन, विनय, प्रार्थना । गुजिया - संज्ञा स्त्री० (दे० ) कर्णफूल, कान का भूषण - विशेष, गुझिया, गुज्झी ( ग्रा० ) ।
गुज्जरी - संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० गुर्जर + ईप्रत्य० ) गूजरी, एक रागिनी । गुझरोट-गुरौट - संज्ञा, पु० दे० (सं० गुह्य + श्रावर्त) कपड़े की सिकुड़न, शिकन, सिलवट, स्त्रियों की नाभि के आसपास का भाग । " कर उठाय घूँघट करति उसरति पट गुरौट " वि० । गुझिया - संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० गुह्यक ) एक प्रकार का पकवान, कुसली, पिराक, खोये की एक मिठाई, कर्णफूल, गुज्की ( मा० ) ।
गुड़
गुझौट - संज्ञा, पु० (दे० ) गुरौ । गुटकना - प्र० क्रि० दे० ( अनु० ) कबूतर भाँगुटुर करना । स० कि० (दे० ) निगलना, खा जाना ।
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गुटका - संज्ञा, पु० दे० (सं० गुटिका) गोली, टुकड़ा, छोटे श्राकार की पुस्तक, लट्टू, गुपचुप मिठाई ।
गुटरगूं - संज्ञा स्त्री० दे० ( अनु० ) कबूतरों की बोली ।
गुटिका -- संज्ञा, स्त्री० (सं० ) बटिका, बटी, गोली, एक सिद्धि जिसके कारण एक गोली के मुँह में रख लेने से योगी जहाँ चाहे वहीं चला जाय और कोई देख न सके । यौ० गुटिका सिद्धि । घन विश्वशिवा गुड़जा गुटिका वै० जी०
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गुट्ट- संज्ञा, पु० दे० (सं० गोष्ट ) समूह, कुंड, समुदाय, दल, यूथ । गुट्टल - वि० दे० ( हि० गुठली ) फल जिस में बड़ी गुठली हो, जड़, मूर्ख कूदमग़ज़, गुठली के आकार का, गोठिल | संज्ञा, पु० (दे० ) किसी वस्तु के इकट्ठा होकर जमने से बनी हुई गाँठ, कुलथी, गिलटी । गुठलाना- क्रि० प्र० (दे० ) फलों में गुठली होना, कुंठित ( सं० होना दाँतों का खट्टा होना, गोठिल होना ( पैनी धार के अस्त्र का ) गुठली - संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० गुटिका ) ऐसे फल का बीज जिसमें एक ही बड़ा और कड़ा बीज होता है, जैसे ग्राम की गुठली । गुडंबा - संज्ञा, पु० दे० (हि० गुड़ -+ ब्रॉंब आम) उबाल कर शीरे में डुबाया हुआ कच्चा
धाम ।
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गुड़ - संज्ञा, पु० (सं० ) पका कर जमाया हुआ ऊख या खजूर का रस, जो बही या भेली के रूप में होता है " विषम रुजमजाजी हंति युक्ता गुडेन" - वै० जी० । मु० - गुड़ गोबर होना अच्छा काम बिगड़ जाना, रंग में भङ्ग होना, बरबाद हो जाना । (बहुत) गुड़ में चींटे लगते हैं
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