Book Title: Bhadrabahu Sanhita Part 2
Author(s): Bhadrabahuswami, Kunthusagar Maharaj
Publisher: Digambar Jain Kunthu Vijay Granthamala Samiti
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विद्युत् मार्गों का कथन विद्युत् के रूप-रंग, आकार तथा शब्द द्वारा वर्षा का निर्देश ऋतुओं के अनुसार विद्युत् निमित्त का फल बसन्त ऋतु का फल ग्रीष्म ऋतु का फल शरद् ऋतु का फल हेमन्त ऋतु का फल
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षष्ठम अध्याय
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बादलों की आकृति के वर्णन की प्रतिज्ञा स्निग्ध बादलों का फल दिशाओं के अनुसार बादलों का फल बादलों के वर्गों का फल गमन द्वारा बादलों का फल शुभ चिह्नोंवाले बादलों का फल सौम्यभक्षी, सौम्य, द्विपद और सौम्य चतुष्पदों की आकृतिवाले बादलों का फल रथ, ध्वजा, पताका, घंटा, तोरण आदि आकृति के बादलों का फल श्वेत और चिकने बादलों का फल चौपायों और पक्षियों की आकृतिक बादलों का फल भाला, बळ, त्रिशूल आदि अस्त्रों की आकृति के बादलों का फल धनुष, कवच, बाल आदि आकृतियों के बादलों का फल वृक्षों की आकृतियों में बादल का फल तिर्यक् गमन के अनुसार बादलों का फल रुधिर के समान जल की वर्षा करने वाले बादलों का फल गर्जना सहित और गर्जना रहित बादलों का फल मलिन तथा वर्ण रहित बादलों का दीप्ति दिशा में फल नक्षत्र, ग्रह आदि के निमित्तों के संयोग से बादलों का फल
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