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चौतीस स्थान दर्शन
कोष्टक २०१७
तियंच कति में
दो गुगाम
१ले गुगा में ले गुण में | --- के र ले गुगण में
१२ गगा में । - के २५ का मनी पंचेत्रिय तिपंची | -- के मंग भंगा में में कोई २५-२३-२५ के भंग --- के भंग.
मंगों में मे । में मामान्यवत जानना को० न०१० देखो मंग।
को नं०१५देखो कोई १ र | ३ का भंग गन्द्रिय में वक्ष. ,
रे गुन्ग में
रे गुण में रिन्द्रिय नक के नियंत्रों में ऊपर
२५ का भंग गर्यामवन --- के मंग । के १५ के मंग में गे स्त्री-पुरुष
जानना । को नं०१८ देखो | २ वेद घटाकर ३ का भंग !
२३ का भगले गुण के जानना
केन्द्रि में चरिन्द्रिय । ५ का मंग अमंजी पंचेन्द्रिय
नक जन्म लेने की अपेक्षा जीव में ऊपर के के भंग में .
पानना स्त्री-पुष्य येवंद जोड़कर २५
२५ का भंग ले गुण का भंग जामन्दा
के प्रमंजी पंचेन्द्रिय में
जन्म लेने की अपेक्षा २५ का भग मी पंन्द्रिय
जानना • तिरंगों में सामानगबन जानना।
४या गुगा यहां नहीं होना गगा में रे ४थे गुगा में 5-3-5
भ
योग भूमि में ! १ का भंग ऊपर के भंगा में में -- के जग में से कोई ले - गृगा के
में ब रे गुग्ग में ऋनलानुकत्री काय? पाकर को नं.१ टेस्नो भग " का भंग गर्याप्तवन -८-६ भंग का भग जानना
जानना | को नं0 देखो व मुग्म में व गृण मे ५-- के भंगोंय नगा में
थे गूग में ६-७-८के . १७ का भंग ऊपर के २१ क ५-- भंग में में कोई ! १६ का भंग पर्यास के २-|-3-5 भंग | भंगों में म । मन में अनन्याम्यान कषाय ४ को नं.१ देसो भंग के भंग में में स्वी वेद | को नं.१६ देखो घटाकर का भंग जानना
घटाकर का भंग योग में (नरेगा में
लज गण में -:- के भंगो का भंग ऊपर के कम भूमि -- मंग में में कोई के -५ के भाग में से एक नए मक वो ना ? देखो भग वह बटाकर ४ का मग जाना मुग में
थे गुगग में -- के भग