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qठं पंक्ति
अशुद्धता
७१३९
का. ३ में सुम
शुभ । कोर की ४६-३-४३
७३४
५
का.५में १७-३-४३
४३-१० १-३२ ३७-५ की. नं. १
का. ५ में ३२-७-५
७३६
७३८
७३१ १६ ७४. ७४. १ ७४१ १३
प, रकाने में जिस बंध का सप्तत १ रकाने मेंकम स्वरूप में २ रे रकाने में कम
विभाग से का. ५ में २२-१२ वेदनाय के ऊपर के १ में से
२में से ४ १ लें रकाने में जो २ २ रे रकाने में वा १से रकाने में मेरे २ रे काने में बाको बची सब प्रकृतियों का उदब . का. ५ में अप्रत्याख्यान का ५ में ५६-. २२ गुणस्थानी का. ५ में
जिस बंष का चसनत कर्मस्वरूप कम विमाग से २२-२१ वेदनीय के १ प्रकृति साता या असाता ऊपर के २१ में से ये २ऐसे ४ जो २५ ६ वा में से यह विषय २ र रकाने में से निकालकर १ ले रकाने में रखना चाहिये। प्रत्याख्यान
४१ २२
२८ गणस्थाना गं
१८
रकाने में अयोगशाम में
११.१-२० भयोपनाम गुण का इस कारण असाता के ११७
५४५४ २रे रकान में स कारण
, असाता देवक
का. ३ १० ७४. ७४ २रे रकाने में का ७४७ १३ , ओ ७४८ १ २रे रकाने में करने क
और
करमेका