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२७
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२६
३०
३१
३२
전화
*
चौतीस स्थान दर्शन
२
-
(4) Priw niew
-
१ गुग० के २४ के मंग घटाकर सारे मंगबो० नं०] 5? के समान जानना तुहा अ दर्शन के जगह जानना
I
1
[ ५.१३ )
कोष्टक नम्बर ७२
21
४
को० नं० २४ २५ २६ के समान जाननः ।
मारे भंग नं ७१
५
६ भंग ०७१
देखो
अवाना कां० नं० १६ १४ ।
-
बंध, प्रकृतियां - उदय प्रकृतियां
सत्य प्रकृतियां -
सहया प्रख्यात जानना ।
क्षेत्र लोक कामातवां भाग जानना ।
स्पर्शन – नाना जीवों की अपेक्षा सर्वलोक जाननना
एक जीव की अपेक्षा लोक का प्रयास
६
।
काल – नाना जीवों की पेक्षा नकाल जानना | एक जीव की अपेक्षा अन्त मे दो हजार (२००७ नागर तक जानता ।
अन्तर– नाना जीवों को अपेक्षा कोई अन्तर नहीं। एक जीव की अपेक्षा
कर मके ।
1
चक्षु दर्शन में
२
(२) नियंत्र गति में गुगवान के कोनं के भग १ घटाकर भंग को नं. ३१
के समान जाननः परन्तु यहा
के
जगह चलन जानना
जाति (योनि) - २= नाम योनि जानना । (चतुविन्द्रिय २ लाख, पंचेन्द्रिय २६ लाव. मे २८ नाम जानना । कुल ११०० लाख कोटिकुन जानना । चरिन्द्रिय पंचेन्द्रिय १०८ ॥ ये ११७६ लाख कोटिकुल जानना ।
मा मंग
८
१ भंग को० नं० २१ देस्रो
भोगल परावर्तन काल को सुदर्शन प्राप्त