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गोलोस स्थान दर्शन
कोष्टक नं०८०
अलेश्या में
१३ का भंग-की नं०१८ देवा
२३ गाव धयिक भाव, मनुष्य- गांन १, प्रसिद्धन्ध १, भयन्व १, जं मत्व १, ये १३ भाव जानना
प्रवपाहता-२॥ हाथ में '५२५ धनुष तक जानना । बंध प्रकृतिया-ग्रबंध जानना । जमराकृतिया--02-मो . २६ नो। सत्त्व प्रकृतियां-८५-२३ को.नं.६ देखो। संस्था-५६ को नं. १४ देखो। क्षेत्र-लोकना अमख्यातवां भाग जानना । स्पर्शन-लोक का प्रमख्वानां भाग जानना । काल-सर्वकाल जानना । अन्तर- कोई अन्तर नहीं । जाति (योनि)-१४ लाख मनुष्य योनि जानना । कुर-१४ लाख कोटिल मनुष्य के जानना ।