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चौतीस स्थान दर्शन
२
- २३ मार्च
२० उपयोग
€ | सानोपयोग ३ दर्शनाप ६ का भंग को नं० १८ के I समान जानना 19
बोग ३ मे ६ जानना
७ का मंग को० नं० १८ के समान जानना
२१ ध्यान
हट वियोग घटाकर पान, धर्मध्यान ४ ये ७ जानना २२ प्रासव
२१ उपरोक्त कषाय ११. शाहारक काययोग १. श्रा० मिथकाययोग १, मनोयोग ४, वचनयोग ४
७
२७
शायिक सयोगशम स० २, ज्ञान ३, दर्शन ३, लब्धि ५, मनुष्यगति १. कषाय ४, शुभ लेश्या ३, पुरुषसँग १, सरागसंयम २, अज्ञान १, असिद्धत्व १, जीवस्व १, भव्य १, ये (२७)
३
२०
आहारक मिश्रकाय योग घटाकर (२०)
२० का भंग को० नं० १८ के समान जानना
( ३०१ )
कोष्टक नं० ४४
सारे गंग ६ का मंग
सारे भंग
७ का भंग
सारे भंग २० का मंग जानना
보
१ मंग २० का भंग जानना
आहारक काययोग या आहारक मिश्रकाय योग में
१ उपयोग
६ के भंगों में से ६ का भंग को० नं० १८ कोई उपयोग १ प्यान ७ में में कोई १
देखो
1
७
७ का मंग को० नं० १८ के समान जानना
ध्यान
२७
१ मंग
सारे मंग २७ का मंग को० नं० १८ के को० नं० १८ देखो | को० नं० १५ समान जानना देखो
६
१२
आहारक काययोग १ मनोयोग ४ वचनयोग ४ ये घटाकर (१२) १२ का मंग को० नं० १ के समान जानना
२७
२७ का मंग को० नं० १५ के समान
सारे मंग पर्याव
सारे मंग
७ का मंग
सारे नंग १२ का मंग जानना
सारे भंग को० नं० १८ देखो
१ उपयोग प
१ ध्यान
७ में से कोई
१ भ्यान जानना
१ मंग १२ का मंग जानना
१ मंग को० नं० १८
देखो