________________
NS
मुनि कर्मक्षय तप करें। याके उपवास एकसौ अड़तालीस हैं। तिनको विधि–चौथि के उपवास सात । सातें के उपवास तीन । नवमी के उपवास छत्तीस । दशमी का उपास एक । बारसि के उपवास सोलह। चौदश के उपवास पच्यासी। ऐसे एक सौ अड़तालीस उपवास सहित तप करे। आगे सिंह निष्कीड़ित तप कहिये है। यह तप एक सौ सतहत्तरि दिन का है । तिनमैं उपवास तो एकसौ पैंतालीस । अरु पारणा बत्तीस तिनको विधि कहिर है। उपवास २,पारणा। उपवास २. पारणा । उपवास २. पारसा । उपवास ३, पारणाश। उपवास २, पारणा। उपवास ४,पारणा । उपवास ३. पारणा 1 उपवास ५, पारखा। उपवास, पारणा । उपवास ६, पारणा। उपवास ५, पारणा । उपवास ७, पारणा। उपवास ६, पारणा उपवास..पारगा। उपवास ७, पारणा 21 उपवास, पारणा २। उपवास ८.पारणा । उपवास ७, पारगा। उपवास८.पारणा। उपवास ६,पारगा। उपवास ७, पारशा उपवास ५, पारणा । उपतास ४, पारखा २। उपवास ५. पारणा । उपवास ३, पारणा २। उपवास ४, पारणा । उपवास २, पारणा उपवास ३, पारणा । उपवास २.पारसा ।। उपवास २,पारणा । उपवास १, पारणा २१ ऐसे २४५ उपवास और ३२ पारणा करि व्रत करें हैं।४। आगे सर्वतोभद्र तय कहिये हैन्याके उपवास ७५, पारणा २५। सर्व एक सौ दिन का तप है। ताकी विधि-उपवास १, पारणा 1 उपवास २, पारणा। उपवास ३.पारगा। उपवास ४. पारगा। उपवास ५, पारणा 21 उपवास ३, पारणा। उपवास २, पारणा । उपवास २, पारणा ११ उपवास ५. पारणा । उपवास ४,पारगा। उपवास ३, पारखा। उपवास २, पारणा । उपवास ३, पारणा । उपवास ४, पारणा। उपवास ५,पारणा । उपवास, पारसा । उपवास ४. पारणा । उपवास ३, पारणा । उपवास २, पारणा । उपवास १, पारणा । उपवास ५, पारणा । उपवास ४. पारणा । उपवास ५, पारणा । उपवास १, पारणा । उपवास २, पारणा। ऐसे यह व्रत गुरुनाथ निशंक होय करें हैं। आगे महासर्वतोभद्र तप की विधि-उपवास १, पारणा। उपवास २, पारणा। उपवास ३, पारगा। उपवास ४, पारणा१1 उपवास ५, पारसा । उपचास ६,पारणा । उपवास ७. पारगा। उपवास १, पारणा । उपवास २. पारणा । उपवास ३,