Book Title: Sudrishti Tarangini
Author(s): Tekchand
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 565
________________ श्री सु I fir ५५७ का विस्तार का । २ । सम्भवनाथ का काल साठ लाख पूर्व तामें तैं कुमारकाल पन्द्रह लाख पूर्व अरु च्यारि पूर्वाङ्ग अधिक चवालीस लाख पूर्व राज्य किया और चौदह वर्ष संघम किया अरु च्यारि पूर्वाङ्ग अरु चौदह वर्ष घाट एक लाख पूर्व केवलज्ञान सहित रहे । पीछे मोक्ष गए। ३ । आगे अभिनन्दन की आयु पचास लाख पूर्व है। तामें कुमार काल साढ़े बारह लाख पूर्व अरु राज्य विषै साढ़े छत्तीस लाख पूर्व अरु जाठ पूर्वाङ्ग । अठारह वर्ष संयमकाल । आठ पूर्वाङ्ग अरु जठारह वर्ण घाटि, एक लाख पूर्व, केवलज्ञान सहित उपदेश करि मोक्ष गए। ४ । आगे सुमतिनाथ की आयु चालीस लाख पूर्व । तामें कुमारकाल दश लाख पूर्व है। राज्यावस्था का काल गुणतोस (२६) लाख पूर्व अरु बारह पूर्वाङ्ग संयमकाल बीस वर्ष अरु बारह पूर्वाङ्ग, बीस वर्ष घाटि एक लाख पूर्व केवलज्ञान सहित रहे। पीछे मोक्ष गए ५ की तीस लत । नाम हैं कुगार काल साढ़े सात लाख पूर्व । साढ़े इक्कीस लाख पूर्व अरु सोलह पूर्वाङ्ग राज्य किया। संयम काल छः महिना वरु सोलह पूर्वाङ्ग अरु छ: महिना घाटि एक लाख पूर्व ताई केवलज्ञान सहित उपदेश देय सिद्ध भए । ६ । जरु सुपार्श्व- जिनकी आयु बीस लाख पूर्व तामें तैं कुमारकाल पाँच लाख पूर्व अरु चौदह लाख पूर्व बीस पूर्वाङ्ग राज्य किया। संयम का काल, नव वर्ष अरु बीस पूर्वाङ्ग नव वर्ष घाटि एक लाख पूर्व केवलज्ञान सहित विहार करि, सिद्ध भरा | चन्द्रप्रभ का आयु समय, दश लाख पूर्व । तामें कुमार काल अढाई लाख पूर्व राज्यावस्था साढ़े छः लाख पूर्व अरु चौबीस पूर्वाङ्ग । संयमकाल तीन महिना जरु तीन महिना चौबीस पूर्वाङ्ग घाटि एक लाख पूर्व ताईं समवसरण सहित केवलज्ञान पाय विहार करि मोक्ष गए । पुष्पदन्त-जिन की आयु, दौय लाख पूर्व की है। ता कुमारकाल, पचास हजार पूर्व पचास हजार पूर्व जरु अट्ठाईस पूर्वाङ्ग, राज्य किया और संयमकाल च्यारि महिना । अट्ठाईस पूर्वाङ्ग च्यारि महिना घाटि, एक लाख पूर्व केवलज्ञान सहित विहार करि मोक्ष गए || शीतल जिन की आयु का प्रमाण, एक लाख पूर्व में। तामैं कुमारकाल, पच्चीस हजार पूर्व । राज्य काल पचास हजार पूर्व संयमकाल तीन मास अरु तीन महिना घाटि पचीस हजार पूर्व, केवलज्ञान सहित रहे | १० | श्रेयांस जिनकी आयु चौरासी लाख वर्ष की है। तामें कुमारकाल इक्कीस लाख वर्ण । राज्य पद व्यालीस लाख वर्ष। संयम का काल दोय मास । दोय महिना घाटि इक्कीस लाख वर्ष केवलज्ञान काल है । २श १५७ G लौ

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