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इत्यादि, 'पुकाए णं मंते । किं जिणरुप्पे होज्जा थेग्रूपे होना कप्पानी होना' पुलाकः खलु भदन्त ! कि जिनरुलो भवेत् स्यवित्यो भने कल्या तीतो वा भवेत् कल्पातीतो जिनकल्पस्थविरवल्याभ्यामन्यः । गाना 'गोयना' इत्यादि, 'गोयमा' हे गोतम ! 'णो जिगकप्पे होज्जा' नो जिनको भत् पुला साधुः 'थेरकप्पे होज्जा' किन्तु स्थविरको भवेन् 'णो कपाती होना'
कल्पratatra पुलाको जिनकल्पः कल्पवीतोवा ने किन्तु स्वनिग् कल्पो भवतीति भावः । 'वउसे णं ते! पुच्छा' चकुः खन्द्र भदन्त ! कि जिनकल्पो भवेत् स्थविकल्पो भवेत् कल्पातीतो ना सवेदिति पृच्छा प्रश्न. भगवानाह - 'गोयमा' इत्यादि । 'गोयमा' हे गौतम! 'जिक वा दोनाकप्पे वा होज्जा' जिनकल्यो वा भवेत् स्थविरकल्पो वा भदेव ' णो पाईए होज्जा' नो क्लाशतीतो भवेत् वकुः साधुः कदाचित् जिनकल्पवान भवति कदाचित् स्थविर वल्पवान भवति, कल्पातीतस्तु कथमपि न भवतीति भावः । कपातीए होना' हे भदन्त ! पुलाक क्या जिनकल्प वाला होना है ? अथवा स्थविरकर वाला होता है ? अथवा ऊनी होता है ? जिन कल्प एवं स्थविर इन कल्पों से भिन्न होता है ? इसके उत्तर में प्रभुश्री कहते हैं - 'गोमा ! जो जिणकप्पे होज्जा थैरकप्पे होउना णो कप्पानीए होज्जा' हे गौतम! पुलाक जिनकल्पवाला एवं कलातीत नहीं होता है वह तो स्थविरकल्प वाला होता है । "उसेण' भंते 1 पुच्छा' हे भदन्त | कुश क्या जिनकल्पवाला होता है ? अथवा रथविकल्प घाला होता है ? अथवा इन दोनों कल्पों से भिन्न होता है ? सके उत्तर मैं प्रभुश्री कहते हैं- 'गोया ! जिणरुप्पे वा होज्या थेरप्ये या होज्जा' हे गौतम! वकुश जिनकम्प वाला भी होता है और स्थविरकल्पाला भी होता है । पर " णो कप्पातीए होज्जा' वह कल्पातीत नहीं होना संवे । किं जिगरुप्पे होज्जा थेरकप्पे छज्जा कप्पातीए होज्जा' हे भगवन् पुझाउ શું જીન કલ્પ હાય છે ? અથવા સ્થવિર કલ્પ હાય છે? અથવા કલ્પાતીત હાય છે? છ કલ્પ અને સ્થવિકલ્પ આ બન્ને કલ્પાથી જુદા હાય છૅ, આ अनना उत्तरमा अनुश्री डे हे — 'गोयमा ! णो जिणकप्पे होज्जा घेरकप्पे होजा णा कपातीए होज्जा' हे गीतम । युवा वाणा भने स्थातीत होता नथी, ते स्थविर उपवाजा होय छे, "बउसेण भंते पुच्छा' हे लगवन् બકુશ શું જીનકલ્પ વાળા હાય છે ? અથવા સ્થવિરલ્પ વાળા હોય છે? અથવા એ બન્ને કલ્પાથી જુદા હાય છે ? આ પ્રશ્નના ઉત્તરમાં પ્રભુ કહે છે ''गोयमा ! जिणकप्पे वा होज्जा थेरकप्पे वा होज्जा' ગૌતમ! અકુશ જીત કલ્પ વાળા પણ હાય છે, અને સ્થવિર કલ્પવાળા પણ હોય છે. પરંતુ