________________
जैनतत्त्वादर्श प्रत्येक तीर्थङ्कर के बावन बोल
सं० बोल ' श्री श्रेयांसनाथ श्री वासुपूज्य १६ पारणे का स्थान नन्द के घर में सुनन्द के घर, २० पारणे के दिन २ दिन
२ दिन २१ दीक्षा तिथि फाल्गुन व० १३ फाल्गुन शु० १५ २२ छमस्थ काल २ मास। १ मासा २३ ज्ञान प्राप्ति स्थान सिंहपुरी' चम्पापुरी २४ ज्ञान सम्बन्धीतप २ उपवास
२ उपवास २५ दीक्षा वृक्ष तन्दुक वृक्ष पाडल वृक्ष । २६ ज्ञानोत्पत्ति की तिथि -
माघ ०३ माघ शु०२ २७ गणधर संख्या
६६ २८ साधु संख्या ८४००० २९ साध्वी संख्या १०३०००
१०००००. ३० वैक्रिय लब्धि वाले ११०००
१००००० ३१ वादी संख्या ५०००
४७००. ३२ अवधि ज्ञानी ०००
५४००: ३३ केवली
६५००
६००० - ३४ मनः पर्यवज्ञानी ६००० .
६५००. ३५ चौदह पूर्वधारी १३००
१२०० ३६ श्रावक संख्या २७६०००
२१५०००
७२००० ' .