________________ (148) जैसे जैसे विशेष लाम होता जाता है वैसे ही वैसे लोम विशेष विशेष बढ़ता जाता है / इसी लिए कहा है कि: " यथा लाभस्तथा लोभो लाभाल्लोभः प्रवर्धते / " (जैसे लाभ होता है वैसे ही लोम भी होता है / लाम से लोम बढ़ता है। ) इस बात का समर्थन करने के लिए श्री उतराध्ययन सूत्र में कपिल नामा केवली का एक उदाहरण आया है। उसका यहाँ उल्लेख करना आवश्यक है / “कोशांबी नगरी में जितशत्रु नाम का राजा राज्य करता था। उस नगर में काश्यप नाम का एक ब्राह्मण रहता था। राजा और प्रजा सब ही उसका सत्कार करते थे। उसकी स्त्री का नाम था यशा और पुत्र का नाम था कपिल / काश्यप कपिल की बाल्यावस्थाही में मर गया / इस लिए काश्यप के अधिकार पर कोई दूसरा ब्राह्मण आया / इस ब्राह्मण का राज दर्बार में और प्रजा में आदर सत्कार होता देख कर यशा दुखी होने लगी। तब उससे कपिलने पूछा:-" माता ! तुम क्यों रोती हो ?" यशाने उत्तर दिया:-" हे कपिल ! यदि तू पढ़ा हुआ; होता तो तेरे पिता का अधिकार किसी दूसरे के हाथ में न जाता।" कपिलने कहा:-" माता ! दुःख न करो मैं पढूँगा / "