________________ (501) है। इस के कमसे कम पन्द्रह रुपये आयँगे / और इन मछलियों का क्या आयगा ? चार या छः आने ! इस लिए अच्छा यही है कि, उस धर्मात्मा के नामसे मछलियों को-जो अभी तक जीवित ही हैं-वापिस तालाब में छोड़ दूँ। उसने वापिस जा कर सारी मछलियां तालाब में छोड़ दीं। फिर वह अपने घर गया / जाने समय जवार, बाजरी, गेहूँ आदि धान्य लेता गया / उस की स्त्रीने सोचा कि-आज ये इतने जल्दी कैसे आ गये हैं ? इनका चहरा भी प्रसन्न है / नान भी बहुतसा ले कर आये हैं / स्त्रीने नाज ले कर रखा / छोकरे बच्चे कच्चा ही खाने लगे / स्त्रीने पूछा:-" आज इतना नाज कहांसे लाये हो ? " मच्छीमारने उत्तर दिया:-" एक धर्मात्माने मुझ को महोर दी थी। उस को उठा कर एक रुपये का यह नाज लाया ____ अभी चोदह रुपये मेरे पास और हैं / " उसने रुपये अपने स्त्री बच्चों को बताये / उस की स्त्री बोली:-" दो महीने का खर्चा तो मिल गया है / इस लिए अब यह नीच रोजगार छोड दो / रात में जा कर व्यर्थ निरपराध मछलियों को पकड कर मारने की अपेक्षा मजदूरी कर के खाना अच्छा है। चलो हम मजदूरी कर के अपना पेट भरेंगे / मच्छीमारने मछलियां मारने का कार्य छोड दिया / वह एक साहुकार के पास छोटासा धर . ले कर रहा और मजदूरी कर के अपना निर्वाह काने लगा। राना की सोना महोर पंचाग्नि तप करनेवाले एक योगी के