________________ ( 201) हैं। यदि वह अनुकूल उपसर्गों से नहीं मानता है तो फिर वे उस पर प्रतिकूल उपसर्ग करते हैं। अठारहवी गाथा में उसके संबंध में कुछ संकेत किया जा चुका है। उसका यहाँ विशेष उल्लेख न करेंगे / तीसरे अध्ययन के दूसरे उद्देश में अनुकूल उपसर्गों की कई बातें लिखी हैं / सामान्य और भद्रिक प्रकृति के पुरुषों की भलाई के लिए उनका हम यहाँ उल्लेख करेंगे। नव दीक्षित को अथवा दीक्षा लेने की इच्छा रखनेवाले को उसके माता, पिता आदि परिवार उसको घेर कर खड़े हो जाते हैं, रोने लगते हैं और कहते हैं कि-" हे पुत्र ! हमने कई कष्ट सह कर तुझ को बचपन से पाला है। तुझे नाना भाँति के सुख दिये हैं और इतना बड़ा किया है। अब तू हमारा पालन करने योग्य हुआ है, अतः हमें पाल / हमें इस दशा में छोड कर कहाँ जाता है ? तेरे विना हमें कौन पालेगा?। ___ माता कहती है:-" हे पुत्र ! तेरे पिता * वृद्ध हुए हैं। थोडे ही दिनों के अब ये महमान हैं / तेरी बहिन कुमारी है। तेरे भाई बहुत छोटी छोटी आयुके हैं / मेरी भी स्थिति बहुत खराब हो गई है / ऐसी दशा में हमारा पोषण करनेवाला तेरे सिवा कौन है ? इस लिए हमारा पालन कर, जिससे इस भव में