________________
दत्तक या गोद
[ चौथा प्रकरण
संयुक्तप्रांत के सारिन खत्रियों में एक रिवाज है जिसके द्वारा पुत्री या भगिनी के पुत्र को गोद लेने की श्राज्ञा है। इन सारिन खत्रियोंका मूल सम्बन्ध पञ्जाब से है जहांपर कि दत्तक सम्बन्धी हिन्दूलॉ के नियमोंमें रवाजों के कारण भारी परिवर्तन हुआ है । (Lind Say and Kanhaiya Lal J. J.) मक्खन लाल बनाम कन्हय्या लाल 86 1. C. 305; A. 1. R. 1925 All. 688.
२४०
दफा २०० बहनका पोता
- लाहौर ज़िले के अन्तर्गत 'अरोण' क़ौममें बहनके बेटेके पुत्रकी दत्तक नाजायज़ नहीं मानी गई देखो; No 77 of 1878; 120 of 1885; 129 P. R. 1894.
दफा २०१
बहनकी लड़की का बेटा
जहांपर तैलंगी और तामिल भाषा बोली जाती है ऐसे जिलोंमें बहन की लड़की का बेटा दत्तक लिया जासकता है 7 Mad. 548-549; अन्य जगह पर नहीं ।
दफा २०२ एकलौता लड़का
( १ ) एकलौता लड़का ( जिसके एकही पुत्र हो) और अनेक पुत्रों में से कोई भी लड़का चाहे वह जेठाहो या न हो दत्तक लिया जा सकता है देखो 23 1. A. 113; 22 Mad. 398; 21 All. 460; 3 C. W. N. 427; 1 Bom. L. R. 226; 24 Bom. 367; 2 Bon. L. R. 163.
अदालतों में बहुत दिनोंसे यह विवाद चला आता है कि जिसके एकही पुत्र हो वह दत्तक लिया जासकता है या नहीं ? इसविषयमें कुछ फैसले विरुद्ध और कुछ पक्षमें हुए हैं। लेकिन सन् १८६६ ई० से यह बात निश्चित सीमानी जाती है कि एकलौता लड़का गोद लिया जा सकता है इसके पहले भी कुछ केसों में यहीबात मानी जाचुकी थी देखो; 2 Cal 365; 7 Bom. 225. विधवा अपने एकलौते पुत्रको गोद देसकती है देखो 25 Bom. 537
3 Bom. L. R. 73; 6 Bom. 524; 12 Bom. H. C. 364; 26 I. A. 127, 22 Mad. 407; 21 All. 469.
( नीचे प्रत्येक हाईकोर्टकी राय और फैसले देखो )
( २ ) मदरास - मदरास हाईकोर्टने यह माना है कि जिस किसीके एक ही पुत्र हो उसका गोद देना हिन्दूलॉके अनुसार है मगर शर्त यह है कि पति ने गोद देने की मनाही न की हो । विधवा एकलौते लड़केको गोद दे सकती है वह जायज़ माना जायगा 22 Mad. 398 ( P. C ); 9 Mad. L. J. 6; &