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...उत्तराधिकार..
[नवां प्रकरण
(परिवारकी लड़कियोंके लड़कोंके लड़के) (१) लड़कीके लड़केका लड़का 30 Mad. 406, 11Mad. 287;17A11.523;
__ बन्धू-पुत्रीका प्रपौत्र बमुक़ाबिले बहिनके प्रपौत्रके नज़दीकी शख्स है जिससे सिलसिला तौरियत शुमार किया जाता है-महाराजा कोल्हापुर बनाम एस० सुन्दरम् अय्यर 48 Mad. 15 A. I. R. 1925
Mad. 499. (१०) लड़केकी लड़कीके लड़केका लड़का नोट-पं. राजकुमार सर्वाधिकारी यह स्थान पोतेकी लड़कीके पोतेका बताते हैं देखो।
सर्वाधिकारी हिन्दूला आव इनहेरीटेन्स पेज ७१४. (११) बापकी लड़कीके लड़केका लड़का 20 Mad. 342. (१२) भाई की लड़कीके लड़केका लड़का (१३) बापके, वापकी लड़कीके लड़केका लड़का
पिताकी बहनके पुत्रका पुत्र वारिसके योग्य बन्धु है--हरिहरप्रसाद
बनाम रामधन 47 All. 172; L R. 6 A.50; A.I.B. 1925 All.17. (१४) बापके बापके लड़केकी लड़कीके लड़केका लड़का नोट-इस जगहपर उक्त दोनों लेखक आंगेके नं०४९,५०,५१,५२ को शामिल करते हैं।
(परिवारकी लड़कियों की लड़कियोंके लड़के ) (१५) लड़कीकी लड़की का लड़का 30 Mad. 406; 31 All. 454; 32 All.
640; 7 Indian. Cases. 292, 17 A. L. J. 776; 7 A.L.J. 5575
17 M. L. J_285. (१६) लड़केकी लड़कीकी लड़कीका लड़का (१७) बापकी लड़की की लड़कीका लड़का 6 Cal. 119; 9 C. L. R. 500 (१८) बापके लड़केकी (भाई) लड़कीकी लड़कीका लड़का (१६) पितामहकी लड़कीकी लड़कीका लड़का 19 Bom. 631; 23 Mad.
. 123329 Mad. 115. (२०) पितामहके लड़केकी लड़कीकी लड़कीका लड़का नोट-पं० राजकुमार सर्वधिकारी यह स्थान आगेके नं० ५३, ५४, ५५, ५६ को देते है
इनका कौन स्थान होना चाहिये यह कहना कठिन है किन्तु आत्म बन्धुके बीचम न होना चाहिये ऊपर नं० २० परिवारकी लड़कियों और लड़कियोंकी लड़कियों के
सम्बन्धसे आत्म बन्धु बताये गये हैं अब हम नीच माताकी तरफसे आत्म बन्धु कहते हैं । (२१) माका बाप (नाना) 15 Mad. 421. (२२) माका भाई (मामा) 23 I. A. 83; 19 Mad. 405; 12 M. I.A.
448; 466, 467; 1 B. L. R. (P.C.) 44, 52, 53; 10 W. R..