Book Title: Karmagrantha Part 6
Author(s): Devendrasuri, Shreechand Surana, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Marudharkesari Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur
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५७ यामप्र.५: 41.४
काल
संधस्थान "
| जय । सत्तासंख्या
स्थान
स्वामी
जघन्य | उत्कृष्ट
।
आठ प्रक० | आठ | आठ । मिश्न के । अन्तमुहूर्त | अन्तर्मुहूर्त । प्रक० प्रक० सिवाय अप्र०
गुणस्थान तक ६ गुणस्थान
२ | सात प्रक० । आल आर
प्रक० | प्रक०
आदि ने गुणस्थान
अन्तमहत | छह माह
और अन्त कम पूर्वकोटि का त्रिभाग अधिक तेतीम सागर
३ । छह प्रक०
आय | आठ प्रक० | प्रकृ०
सूक्ष्म- 'एक सम्पराय । समय
'अन्तम टूर्त
एक प्रकृ०
सात
आठ
प्रक०
प्रकृ०
समय
उपशास्त- | एक अन्तर्मुहूर्त मोह क्षीणमोह अन्तमुहूर्त ' अन्तर्मुहूर्त
५ | एक प्र०
सात
सात
प्रक०
प्रकृ०:
६ । एक प्रक० | चार चार | सयोगि-
प्रक० । प्रक० ।
केवली
अन्तर्मुहुर्त देशोन पूर्व
कोटि
चार
चार प्रकर
अयोगि- | अन्तर्मुहुर्त अन्तर्मुहूर्त केवली