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सप्ततिका प्रकरण प्रमत्तसंवत के बंध, उदय और सत्ता स्थानों व संवैध का विवरण निम्नानुसार जानना चाहिये---
बंधस्थान
|
मंग
उदयस्थान
मत्तास्थान
२८
LF
प्रकृतिक
F
v० ० ४d
S
15
W
२९ प्रकृतिक
२०
(७) अप्रमत्तसंयत गुणस्पाम __ प्रमत्तसंयत गुणस्थान के बंध, उदय और सत्तास्थानों को बतलाने के बाद अब अप्रमत्तसंयत गुणस्थान के बंध आदि स्थानों को बतलाते हैं कि 'चउदुग चउ'-चार बंधस्थान, दो उदयस्थान और चार सत्तास्थान है। चार बंधस्थान इस प्रकार हैं- २८, २९, ३० और ३१ प्रकतिक । इनमें से तीर्थकर और आहारकदिक के बिना २८ प्रकृतिक बंध