________________ तृतीय प्रतिवत्ति : एकोक मनुष्यों की स्थिति आदि] [323 (3) तृतीय चतुष्क द्वीपनाम विदिशा अवगाहन आयाम परिधि द्वीपनाम . 500 यो. 500 यो. 1581 यो. विशेषाधिक प्रादर्शमुख हयकर्ण गजकर्ण गोकर्ण शष्कुलीकर्ण उत्तर पूर्व दक्षिण पूर्व दक्षिण पश्चिम उत्तर पश्चिम मेण्ढ़मुख , अयोमुख गोमुख द्वीपनाम आदर्शमुख मेण्ढमुख . अयोमुख (4) चतुर्थ चतुष्क विदिशा अवगाहन आयाम परिधि द्वीपनाम उत्तर पूर्व 600 योजन 600 यो. 1897 यो. विशेषाधिक अश्वमुख दक्षिण पूर्व , हस्तिमुख दक्षिण पश्चिम सिंहमुख उत्तर पश्चिम व्याघ्रमुख गोमुख द्वीपनाम अश्वमुख हस्तिमुख सिंहमुख व्याघ्रमुख (5) पंचम चतुष्क विदिशा अवगाहन आयाम परिधि द्वीपनाम उत्तर पूर्व 700 यो. 700 यो. 2213 यो. विशेषाधिक अश्वकर्ण दक्षिण पूर्व सिंहकर्ण दक्षिण पश्चिम अकर्ण उत्तर पश्चिम कर्णप्रावरण - द्वीपनाम प्रश्वकर्ण सिंहकर्ण प्रकर्ण कर्णप्रावरण (6) षष्ठ चतुष्क विदिशा अवगाहन आयाम परिधि द्वीपमुख उत्तर पूर्व 800 यो. 800 यो. 2529 यो. विशेषाधिक उल्कामुख दक्षिण पूर्व , मेघमुख दक्षिण पश्चिम // विद्युन्मुख उत्तर पश्चिम विद्युद्दन्त Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org