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4. निग्रह, निरोध-मनु० ८।१२२ 5. सीमाबंधन, । निर्धारित 3. विवादास्पद विषय को उठाने के लिए हरदी 6 नियम या विधि कानून, प्रचलन-नाय | अनुज्ञात 4. संलग्न 5. उपबद्ध 6. निर्णीत । मकान्ततो नियम:-शारी० 7. नियमितता-रत्न | नियुक्तिः (स्त्री०) [नि-- युज+क्तिन् ] 1. निषेधाज्ञा, ११२०8. निश्चितता, निश्चय 9. संविदा, प्रतिज्ञा, | आदेश, हम 2. नियोगन, आयोग, पद, कार्यभार। व्रत, वादा 10. आवश्यकता, अनिवार्यता, 11. कोई नियुतम् [नि+य+क्त ] 1. दस लाख 2. सौ हेजार 3. ऐच्छिक वा स्वेच्छा से गृहीत धार्मिक अनुष्ठान । दस हजार करोड़ या १०० अयत। (वाह्य अवस्थाओं पर निर्भर)-रघु० ११९४, (दे० | नियुद्धम् [ नि-+ युध्+क्त ] पैदल युद्ध करना, घमासान महिल०, शि० १३६३३ तथा कि० ५।४२ पर) युद्ध, व्यक्तिगत लड़ाई। 12. कोई छोटा अनुष्ठान या छोटा ब्रत, विहित
नियोगः [नि+युज+घञ ] 1. किसी काम में लगाना, कर्तव्य जो यम की भांति अनिवार्य न हो- शौच
उपयोग, प्रयोग 2. निषेधाज्ञा, आदेश, हक्म, निदेश, मिज्या तपो दानं स्वाध्यायोपस्थनिग्रहः व्रतमौनोपवास
आयोग, कार्यभार, निर्धारित कर्तव्य, किसी की देख व स्नान बनिसमा दशअत्रि 13. तपस्या, भक्ति,
रेख में आयुक्त कार्य-..-यः सावज्ञो माधव श्रीनियोगे धार्मिक साधना ...नियम विघ्नकारिणी श० १, रघु० -... मालवि. ५।८, मनोनियोगक्रिययोत्सुकं में-रघु० १५.७४ 12. (सीमा० में) इस प्रकार का नियम या
५।११ अथवा नियोगः खल्वीदशो मंदभाग्यस्य विधि जिसमें उस बात का विधान किया जाता है,
-उत्तर० १, आज्ञापयतु को नियोगोऽनुष्ठीयतामिति जो, यदि यह नियम न होता तो ऐक्छिक होती
श० १, त्वमपि स्वनियोगमशून्यं कुरु (अपना काम विपिरल्यंतगप्राप्तौ नियमः पाक्षिके सति 15. (योग०
करो-अपने निर्धारित कार्य में लगो) (नौकरों को में) मन का निग्रह, योग में समाधि के आठ मुख्य
दूर हट जाने के लिए कहने की एक शिष्ट रीति अंगों में दूसरा 16. (अलं० में) कविसमय, जैसा कि
जिसका प्रायः नाटकों में अधिक प्रचलन है) 3. किसी वसंत ऋतु में कोयल का वर्णन, वर्षा ऋतु में मोरों
के साथ संलग्न करना 4. आवश्यकता, अनिवार्यता का वर्णन, नियमेन–नियम पूर्वक, अनिवार्यतः । तत्सिवे नियोगे न स विकल्पपराङमुखः -- रघु० गय० -निष्ठा विहित संस्कारों का दढ़ता पूर्वक
१९/४९ 5. प्रयत्ल' चेष्टा 6, निश्चितता, निश्चयन पालन, पत्रम लिखित संविदा पत्र,-स्थितिः
7. प्राचीन काल की एक प्रथा जिसके अनुसार निस्स(स्त्रिी०) धार्मिक कर्तव्यों का दृढ़तापूर्वक पालन, न्तान विधवा को अपने देवर या और किसी निकट साधना ।
संबंधी के द्वारा संतान पैदा कराने की अनुमति है, इस नियमनम् नियम ल्युट) 1. अवरोध करना, शासन प्रकार पैदा होने वाला पुत्र 'क्षेत्रज' कहलाता है, तु०
में वना, निमन्त्रण करना, दमन करना--नियमना- मनु० ९।५९---देवराद्वा सपिंडाद्वा स्त्रिया सम्यनियुदसतां व नराधिनः --रघ ० ९४६ 2. प्रतिबन्ध, सीमा- क्तया, प्रजेप्सिताधिगंतव्या संतानस्य परिक्षये-दे० निबंधन3. दीनता, 4. विधि. स्थिर नियम ।
६०, ६५ भी। (व्यास ने इसी रीति से विचित्रवीर्य नियमवती | नियम-मतुप+ डीप ] स्त्री जिसे मासिक की विधवाओं से पांडु और धृतराष्ट्र को पैदा किया)। धर्म नियमित रूप से होता हो।
नियोगिन् (पुं०) [ नियोग+इनि ] अधिकारी, आश्रित, नियतित (भूक००)[नि+-यम+पिच्+क्त] 1. अव
मंत्री, कार्यनिर्वाहक । रुद्ध दमन किया नियन्त्रित 2. शासित, निर्देशित | नियोग्यः नि+यज- ण्यन ] प्रभ, स्वामी।। ... विनियमित, विहित, निर्धारित स्थिर, सवेदित | नियोजनम [ नि-यज---ल्यट] 1. जकडना, संलग्न प्रतिज्ञात।
करना 2. आदेश देना, विधान करना 3. उकसाना, नियालः [ नि-|-यम् +घञ्] 1. नियंत्रण 2. धार्मिक व्रत प्रेरित करना 4. नियत करना ।
मक (वि.) (स्त्री --मिका) नियम--णिच नियोज्यः । नि-यजयत ] किसी कर्तव्य का कार्यभार +बुल ] 1. नियंत्रण करने वाला, अवरुद्ध करने संभालने वाला, कार्यनिर्वाहक, अधिकारी, सेवक, पाला2 दमन करने वाला, पछाड़ने वाला 3. सीमित नौकर-सिध्यंति कर्मसु महत्स्वपि यन्नियोज्या:--श० करने वाला, प्रतिबंधन लगाने वाला, ध्यानपूर्वक परि- ७।४। भाषा बनाने वाला 4. निर्देश करने वाला, शासन | नियोधु (पुं०) [कि+युध+तृच ] 1. योद्धा, पहलकरने वाला,...क: 1. स्वामी, शासक 2. सारथि 3. वान 2. मुर्गा। केपट. मला कर्णधार, विमानचालक ।
निर् (अव्य०)[न+क्विप, इत्वम् ] ('से मुक्त' 'विना' निधात (न०००) [नि-|-युज् । क्त ] 1. निदे- | से रहित' से दूर से बाहर' आदि अर्थों को प्रकट
शित, आज्ञप्त, अनुदिष्ट, आदिष्ट 2. अधिकृत, । करने के लिए सघोष व्यंजनों और स्वरों से पूर्व 'निस्'
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