________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 893 ) पुत्र, (यह शब्द इस अर्थ में बहुधा संबोधन के रूप / यद् (म्वा० पर० वदति, परन्तु कुछ अर्थों में तथा कुछ में प्रयुक्त होता है, वात्सल्य द्योतक शब्द 'मेरे प्रिय' / उपसर्गों के साथ आ०, दे० नी०, उदित, कर्म वा० 'मेरे लाल' आदि शब्दों से व्यवहृत)-अयि वत्स कृतं उद्यते, इच्छा० विवदिषति) 1. कहना, बोलना, कृतमतिविनयेन किमपराद्धं वत्सेन-उत्तर० 6 उच्चारण करना, संबोधित करना, बातें करना-वद3. संतान, बच्चे, जीववत्सा जिसके बच्चे जीवित प्रदोषे स्फटचन्दतारका विभावरी यद्यरुणाय कल्पते हों' 4. वर्ष 5. एक देश का नाम (इसकी राजधानी -कु० 5 / 44, वदतां वरः- रघु० 1559, 'वाक्पटुओं कौशांबी थी जहाँ उदयन राज्य करता था) था उसके में प्रमुखतम' 2. घोषणा करना, कहना, समाचार अधिवासी,—त्सा 1. बछिया 2. छोटी लड़की 'वत्से देना, सूचित करना यो गोत्रादि वदति स्वयम् सीते' (बेटी सीता) आदि,-त्सम छाती। सम० अक्षी 3. किसी के विषय में कहना. वर्णन करना, भग० एक प्रकार की ककड़ी,-अदनः भेड़िया, - ईशः. 2 / 29 4. अंकित करना, निर्धारित करना, बयान -राजः वत्स देश का राजा, लोके हारिच वत्सराज- मन० 2 / 9, 4 / 14 5. नाम लेना, पुकारना चरितं नाटये च दक्षा वयम् --नाग० १,-काम ... बदन्ति वावया॑नां धमक्यं दीपक बधा:-चन्द्रा० (वि.) बच्चों को प्यार करने वाला, ( मा) वह 6. संकेत करना, आभास देना कृतज्ञतामस्य बदन्ति गाय जो बछड़े से मिलने की प्रबल लालसा रखती संपदः-कि० श१४ 7. स्वर ऊंचा उठाना, क्रन्दन है,-नाभः 1. एक वृक्ष का नाम 2. एक प्रकार करना, गायन करना कोकिल: पंचमेन वदति, वदन्ति अत्यंत कठोर विष,...पाल: बछड़ों को पालने वाला, मधुरा वाचः-आदि 8. होशियारी या प्रवीणता कृष्ण या बलराम,-शाला गोशाला। दर्शाना, किसी विषय पर अधिकारी होना (आ०) वत्सकः [वत्स+कन्| 1. नन्हा बछड़ा, बछड़ा 2. बच्चा शास्त्र वदते, पाणिनिर्वदते-वोप० 9. चमकना, 3. 'कुटज' नाम का पौधा,-कम् पुष्पकसीस।। उज्ज्वल या देदीप्यमान दिखलाई देना (आ०), वत्सतरः [वत्स+तरप्] वह बछड़ा जिसने अभी हाल में भट्टि० 8 / 27 10. उद्योग करना, चेप्टा करना, दूध चंधना छोड़ा है, जवान बैल जिसके ऊपर अभी परिश्रम करना (आ०) क्षेत्रे वदते सिद्धा०, प्रेर० जुआ नहीं रक्खा गया है-महोक्षतां वत्सतरः स्पृश- (वादयति-ते) 1. कहलवाना 2. शब्द करवाना, बाजा न्निव - रघु० ३।३२,--री बछिया, कलोर श्रोत्रिया- बजना-वीणामिव वादयन्ती-विक्रम० 1110, वादयते याभ्यागताय वत्सतरी वा महोशं वा निर्वपन्ति मृदु वेणुम् ---गीत० 5, अनु-, 1. बोलने में नकल गृहमेधिनः--उत्तर० 4 / करना, दोहराना (गिरं नः) अनुवदति शुकस्ते मजुवत्सरः [वस् सरन्] 1. वर्ष- याज्ञ० 1205 2. विष्णु वापञ्जरस्थ:--रघु० 574 2. प्रतिध्वनि करना, का नाम / सम०-अन्तक: फाल्गुन का महीना, गुंजना (पर० और आ०) अनवदति वीणा 3. अन- ऋणम् वह ऋण जो वर्ष की समाप्ति पर बापिस मोदन करना (उसी गनोभाव की प्रतिध्वनि करके) किया जाय। शि० 2 / 67 नक़ल करना (आ०) भट्टि०८।२९ वत्सल (वि.) वत्सं लाति ला+क] 1. बच्चों को 5. समर्थन के रूप में आवृत्ति करना, अप-, (सदैव प्यार करने वाला, बच्चों के प्रति स्नेह शील जैसा आ०, परन्तु कभी कभी पर० भी) 1. बुरा भला कि वत्सला धेनुः माता 2. स्नेहशील, अतिप्रिय, कहना, गालो देना, निन्दा करना....शि० 17.19, स्नेहानुरागी, दयालु, करुणामयतद्वत्सल: वब स तपस्वि मनु०४।२३६, कभी कभी संत्र के साथ--मट्टि०८।४५, जनस्य हन्ता--मा० 88, 6 / 14, रघु० 2069, 2. न अपनाना, 3. गिनना विरोध करना, अभि-, 8141, इसी प्रकार 'शरणागतवत्सलः, 'दीनवत्सलः !. अभिव्यक्त करना, उच्चारण करना, मूल्य या आदि, -लः घास से प्रज्वलित अग्नि, ला अपने बछड़े वजन रखना -- यद्वाचाऽनभ्युदितं येन वागभ्युद्यते, को प्यार करने वाली गाय,-लम् स्नेह, प्यार / तदेव ब्रह्म त्वं विद्धि नेदं यदिदमुपासते केन०, वत्सलयति (ना० धा० पर०) उत्कण्ठा पैदा करना, उत्सुक 2. नमस्कार करना, अभिवादन करना, (प्रेर०) बनाना, स्नेहयक्त करना-नूनमनपत्या मां वत्सलयति प्रणाम करना-भगवन्नभिवादये,उप-, (आ०) - श०७। 1. लुभाना, चापलसी करना, फसलाना-भट्टि०८।२८, वत्सा, वत्सिका [वत्स+टाप, वत्सा-कन्- टाप् इत्वम् 2. मनाना, अनुकूल करना, परि-, गाली देना, निन्दा बछिया, वहड़ी। करना, बुरा भला कहना, प्र-, 1. बोलना, उच्चारण वत्सिमन् (पुं०) [वत्स+ इमनिच] बचपन, कौमार्य, उभ- करना 2. बातें करना, संबोधित करना-भट्टि० 7 / रती जवानी। 24 3. नाम लेना, पुकारना 4. खयाल करना, वत्सीयः [वत्स+छ] गोप, ग्वाला। सोचना, प्रति-, उत्तर में बोलना, जवाब देना--रघु० For Private and Personal Use Only