________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 1108 ) सीकi (भ्वा० आ० सीकते) 1. छिड़कना, छोटी छोटी। बा साँस ऊपर खींचने का शब्द, सिसकारी, (आह बूंदें करके बखेरना 2. जाना, हिलना-जुलना / भरने या सरदी से ठिठुरने के समय सी-सी करना ii (भ्वा० पर०, चुरा० उभ सीकति, सीकयति-ते) / या मर्मर ध्वनि)-मया दष्टाधरं तस्याः ससीत्कार 1. उतावला होना 2. सहिष्णु होना 3. स्पर्श करना।। मिवाननम् ---विक्रम० 4 / 21 / सीकर सीक्यते सिच्यतेऽनेन+सीक-अरन] 1. फहार सीत्य (वि.) [सीता+यत् जोते गये या हल की फाल वर्षा, जलकण पड़ना, फूही पड़ना 2. छींटे. पानी की से बने खूडों से मापा गया,- त्यम् चावल, धान्य, छोटी छोटी बूंदें, दे० शीकर। ___ अन्न / सीता [सि+त पुषो. दीर्घ:11. हल के चलाने से खेत में | सीधम् (नपुं०) आलस्य, शिथिलता, सुस्ती। बनी हई रेखा, खुड, हल की फाल से खदी हई रेखा | सीधु (पुं०) [सिध् +-उ, पृषो०] राब या गुड़ से बनाई हुई 2. जुती हुई या खूडवाली भूमि, हल से जोतो हुई। शराब, ईख की मदिरा स्फूरदधरसीधवे तब वदनभूमि-वृषेव सीतां तदवग्रहक्षताम् कु० 5 / 61 3. कृषि, चन्द्रमा रोचयति लोचनचकोरम् - गीत० 10, शि० खेती जैसा कि 'सीताद्रव्य' में 4. मिथिला के राजा 9 / 87, रघु० 1652 / सम०-गन्धः बकुलवृक्ष, जनक की पुत्री का नाम, राम की पत्नी का नाम मौलसिरी का पेड़,- पुष्पः 1. कदम्ब का वृक्ष 2. मौल[इसका यह नाम इसलिए पड़ा कि राजा जनक सीरी का पेड़,-रसः आम का पेड़, -संजः मौलसीरी ने इसे हल की फाल द्वारा बने खुड से प्राप्त किया। का पेड़। बात यह थी कि सन्तान प्राप्ति की इच्छा से राजा | सीध्रम् (नपुं०) गुदा, मलद्वार / ने एक यज्ञ का आरंभ किया था, उसकी तैयारी के | सीपः (पुं०) नाव की शक्ल का यज्ञ-पात्र / समय उसे हल चलाते समय सीता खूड में से मिली / सीमन् (स्त्री०) [सि-+मनिन्, नि० दीर्घ:] 1. सीमा, हद, इसीलिए 'अयोनिजा' या 'घरापुत्री' इसके विशेषण दे० सीमा ..सीमानमत्यायतयोऽत्यजन्तः शि० 3 / 57, हैं। राम के साथ सीता का विवाह हुआ, उनके दे० 'निःसीमन्' भी 2. अण्डकोष सीम्ति पुष्कलको साथ वह वन में गई। जब रावण उसे वन में से हतः - सिद्धा। उठा कर ले गया और उसका सतीत्व भंग करने की सीमन्तः [सीम्नोऽन्तः, शक० पररूपम्] 1. सीमारेखा, बेष्टा करने लगा तो सीता ने उसके इस दुष्ट प्रस्ताव सीमान्त 2. सिर के बालों की विभाजक रेखा, सिर को घणा के साथ ठुकरा दिया। जब राम को इस की मांग जिसके दोनों ओर बाल विभक्त हों-सीमन्ते बात का पता लगा कि सीता लंका में है, तो उसने च त्वदुपगमजं यत्र नीपं वधूनाम् मेघ० 65, शि० लंका पर चढ़ाई की, रावण और उसकी सेना को 8/69, महावीर० 5 / 44 / सम० --उन्नयनम् 'बालों 'मार कर सीता का उद्धार किया। राम के द्वारा का विभाजन' बारह संस्कारों में से एक जिसको पत्नी के रूप में फिर से स्वीकृत किये जाने से पूर्व स्त्रियाँ गर्भाधान के चौथे, छठे या आठवें महीने में सीता को भीषण अग्नि-परीक्षा में से गुजरना पड़ा। मनाती हैं। यद्यपि राम को उसके सतीत्व पर पूरा विश्वास था सीमन्तक: सीमन्त+कन] विशेष प्रकार के नरक का फिर भी लोकापवाद के कारण उन्होंने सीता का अधिवासी,-कम् सिन्दूर / परित्याग कर दिया। सीता इस समय गर्भवती सीमन्तयति (ना० धा०, पर०) 1. बालों को अलग-अलग थी। वाल्मीकि ऋषि के रूप में अपने प्ररक्षक को करना 2. मांग निकालना सेनां सीमन्तयन्नरे:-कीतिक पा सीता उन्हीं के आश्रम में रहने लगी वहीं कुश 5 / 44 / और लव नाम के दो पुत्रों को जन्म दिया वाल्मीकि सीमन्तित (वि.) [सीमन्त+-णिच् + क्त] 1. (बाल मनि ने. बच्चों का पालन पोषण किया। अन्त में आदि) विभाजित 2. माँग निकाल कर अलग किये वाल्मीकि के द्वारा सीता राम को सौंप दी गई। हुए समीरसीमन्तितकेतकीका: (प्रदेशाः) शि० 5. एक देवी का नाम, इन्द्र की पत्नी 6. उमा का 3680, रथाङ्गसीमन्तितसान्द्रकर्दमान् (पथ:) --कि० माम 7. लक्ष्मी का नाम 8. गंगा की चार धाराओं 4 / 18 / में से एक (पूर्वी धारा) 9. मदिरा। सम०-द्रव्यम् | सीमन्तिनी सीमन्त-+इनि+डीप] स्त्री, महिला मा स्म खेती के उपकरण, कृषि के औज़ार- मनु० 9 / 293, | सीमन्तिनी काचिज्जनयेत्पुत्रमीदशम् - हि०२।७, मेघ० -पतिः रामचन्द्र का नाम,-फलः कुम्हड़े की बेल, / 110, भट्टि० 522 / (-लम्) कुम्हड़ा। सीमा [ सीमन्+डाप्] 1. हद, मर्यादा, किनारा, छोर, सीतामकः (पुं०) मटर / सरहद 2. खेत, गाँव आदि की सीमा पर सीमा सीत्कारः, सोत्कृतिः (स्त्री०) [सीत्+कृ+घञ, क्तिन् / द्योतक टीला या मॅड़ सीमां प्रति समुत्पन्ने विवादे For Private and Personal Use Only