________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 1275 ) -आघातः डंडे की चोट, असनम् एक प्रकार का / दत्त (वि.) [ दा+क्त ] दिया हुआ। सम--क्षण आसन, भूमि पर लम्बा लेट जाना, उद्यमः दण्डित (वि.) जिसे कोई अवसर दिया गया है,-दृष्टि करने की धमकी देना,-कलितम् मापने के गज की (वि.) जिसने ध्यान लगाया हुआ है, जो देख भांति बार-बार आवृत्ति करना - मी० सू० 105 / / रहा है। 83 पर शा० भा०,-कल्पः दण्डग्रस्त करना, | दत्तकचन्द्रिका (स्त्री०) धर्मशास्त्र का एक ग्रन्थ / दण्ड देना को० अ० ४-निधानम् क्षमा करना, / वदातिः (0) स्वामित्व का परिवर्तन-अथ ददातिः -लेशम् थोड़ा सा. दण्ड मनु० 8151, वाचिक किलक्षणक: इति--मी० सू० 4 / / 28 पर शा० भा०। (वि.) वास्तविक या शाब्दिक (प्रहार), बारित वहनक्षम् (दहन-+ऋक्षम्) (नपुं०) कृत्तिका नक्षत्रपुंज। (वि.) दण्डित होने के डर से कोई काम न करने वानम् [दा+ल्युट्] 1. देना 2. सौंपना 3. उपहार वाला, दण्ड के डर से रुका हुआ / 4. दान 5. हाथी के गंडस्थल से बहने वाला रस / बष् (वि.) कीठ, साहसी, गुस्ताख सुग्रीवो निनदन् सम- परिमिता उदारता, दानशीलता की सीमा, दवक----भाष्टि०६।११७ / ___ --वर्षिन् (वि०) मदोन्मत्त हाथी। दध्मः (पुं०) यम का विशेषण / देय (वि.) [ दा-यत् ] समर्पण करने योग्य (मार्ग) बन्सः [दम्+तन् ] 1. दांत 2. हाथी का दांत 3. बाण पन्था देयो वरस्य : मन० 21138 / की नोक 4. पहाड़ की चोटी 5. बत्तीस की संख्या / / बालिकमा (स्त्री०) बासीक देश में स्थित एक स्थान का सम-उच्छिष्टम् दाँतों में लगा हुआ भोजन का नाम / अंश, - पत्रिका कंघी,--योजः अनार, (दन्तबीजः भी) राडिमबीजः (0)[0 त०] अनार का बीज / व्यापारः हाथी के दांत का कार्य। बाम्नी (स्त्री०) माला / बन्द्रम्यमाण (वि.) [द्रम् +यह+-शानच ] भिन्न-भिन्न | वायः [दा+घ ] 1. उपहार 2. वैवाहिक उपहार 'दिशाओं में चक्कर काटता हुआ-कठ० 112 / 5 / / 3: भाग 4. बपौती, वरासत 5. सम्बन्धी, रिश्तेदार / बमघोषः (पुं०) एक राजा का नाम, शिशुपाल का सम विभागः संपत्ति का बटवारा / पिता। चाराधिगमनम [ 100 विवाह / वमनकः (पं०) पञ्चतन्त्र की कहानिगों में एक गीदड़ दालमत्स्याह्वयः (पुं०) गोह / का नाम / दावहारः (0) लकड़हागा वम्भचर्या (स्त्री०) [10 ] धोखा, छल, कपट का दारणम् | णिच् + उनन् ] 1. क्रुरता, भीषणता आधरण। 2. कठोर, प्रतिकूल नक्षत्र मृग, पृष्य, ज्येष्ठा और वरम् [द+अप्] 1. विवर, कन्दरा 2. शंख, (श.) मूल। जरा सा कुछ। सम०--दलित (वि.) जरा सा | दारोदर (वि०) जूए से संबद्ध, जआ विषयक / खुला हुआ, - दृशा प्राधीयस्या दरदलितनीलोत्पलरुपा दाविका (स्त्री०) एक प्रका" का आँसों का अंजन / --सौन्दर्य,-मन्थर (वि.) ईषन्मन्द, जग धीमा। वाबों (स्त्री०) [टार-अण्+डीप्] 1. दारुहल्दी वर्भलवणम् [10 त०) घास काटने का यंत्र / 2. हल्दी का पौधा / दविका (स्त्री०) आंखों का अंजन / वार्षद (वि.) ( दी स्त्री०) [दषद+अण] 1. पथबशन् [सं० वि.) दस / सम०-क्षीर (वि.) जिसमें रीला 2. जो पत्थर पर पीसा जाय / दस भाग दूष हो,-धर्मः कष्ट, विपत्ति, योजना दान्ति (वि.) [ दृष्टान्त-+-अण् ] सादृश्य की सहायता दस योजन की दूरी। से व्याल्या किया गया, उदाहरण देकर समझाया बशा (स्त्री०) [ दश+अज, नि० टाप् ] 1. किसी कपड़े गया। की किनारी, गोट, मगजी 2. लैम्प की बत्ती वान्तिक (वि.) [ दृष्टान्त+ठक ] जो उपमा देकर 3. आयु 4. अवस्था 5. हालत 6. ग्रहों की स्थिति / किसी बात को समझाता है। सम० अंशः,-भागः बुरा समय-रा० 317218, बालवः (पुं०) एक प्रकार का विष / - फलम् जन्म पत्री में निर्देशित किसी विशेष समय | दाल्भ्यः (पुं०) एक वैयाकरण का नाम / का फल / दाशरथ (वि.) [ दशरथ+अण्] 1. यज्ञ से सम्बन्ध दाय (वि.)[दह+क्त ] 1. जला हुआ 2. शोकग्रस्त, . रखने वाला-महा० 12 / 8 / 37 पर टीका। दुःखी 3. अमंगल 4. सूखा। सम-जठरम जला वाशराश (वि.) [दशगजन अण् / दस राजाओं से पेट, भूखा पेट, गरीबी से मारा हुआ, वणजल जाने सम्बन्ध रखने वाला। से होने वाला पांव। | दासमीयः (0) [ दासं गृहणूद्रं मिमते मानयन्ति मैथुना For Private and Personal Use Only