Book Title: Sanskrit Hindi Kosh
Author(s): Vaman Shivram Apte
Publisher: Nag Prakashak
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 1287 ) एक। हुआ। निरयः [निर्+5+अच् ] दे० 'निलयः'--आवासनिरया- [ निर्माणम् [ निर् +मा+ल्युट ] बनना, जन्म होना--पूर्वद्वीरो निरयादिव सानुजः-रा० 50 2 / सम० निर्माणबद्धा हि कालस्य गतिरीदृशी-ख. 7 -वर्मन् (नपुं०) भौतिक अस्तित्व-यासां गहे | 160 / 2 / निरयवर्त्मनि वर्ततां व:-भाग० 10182 / 31 / / निर्यत् (वि०) [ निर+या+शत् ] बाहर जाता हुआ, निरस्तसंख्य (वि.) [ब० स०] अनन्त, असंख्य, अन- ___ निकलता हुआ। गिनत। निर्याणम् [निर् +या+ ल्युट् ] नगर से बाहर जाने निराकृत (वि.) [ब० स०] 1. निराकरण किया गया का मार्ग / 2. तिरस्कृत। निर्याणिक (वि.) [ निर्याण+ठक् ] मोक्ष की ओर से निय (वि.) [नि+रुध् +क्त ] 1. अवरुद्ध 2. भरा जाने वाला। पूरा, पूर्ण। सम० ---वृत्ति (वि.) कार्य करने में निर्यामकः [ निर+या+णिच+ण्वल ] सहायक। . जिसकी गति अवरुद्ध हो गई है.-वाप्पनिरुद्धवत्ति-निर्योगः [निर+युज+घा ] 1. पूरा करना, सम्पन्न कण्ठम् / करना, बनाव श्रृंगार करना-निर्योगात् भूषणान्माल्यात् निरोधः [नि-रुध+घञ्] लय, बुझ जाना। सर्वेभ्योऽधं प्रदाय मे-प्रति० 1026 2. गाय को निरूपक (वि.) [नि+रूप+वल ] 1. निरूपण करने खंटे से बांधने का रस्सा-भाग० 10121619 / वाला, पर्यवेक्षक 2. निश्चय करने वाला, घटक / निर्लोच्य ( अ०) [ निर +लुच् + ल्यप् ] सोचविचार निरूपित (वि.) | नि+रूप-+क्त] 1. चिह्नित, अंकित / कर। 2. नियक्त 3. निशाना बनाया गया, इंगित / निर्वचनम् [निर्+व+ल्युट् ] स्तुति-महा० 1 // मितिः (स्त्री०) [ निर्+ऋ+वितन् ] 1. मूल नक्षत्र 109/23 / 2. आठ वसुओं में से एक 3. ग्यारह रुद्रों में से | निर्वापः [ निर्+वप्+घञ्] प्रदान करना, अर्पण करना। निर्गलित (वि.) [निर्+गल्+क्त ] 1. बहा हुआ निर्वापित (वि०) [ निर्+वप्+णिच् +क्त ] बुझाया 2. घुला हुआ, पिघला हुआ। निर्णयोपमा (स्त्री०) अनुमान पर आधित उपमा—काव्या० निर्वासित (वि०) [निर+वस्+णिच् ++त ] बहिष्कत, 2 / 27 / निष्कासित / निणिक्त (वि.) [ निणिज्+क्त ] 1. घुला हुआ, स्वच्छ निर्वास्य (वि.) [निर् +बस+णिच् +यत् ] बहिष्कार्य, किया हुआ 2. प्रायश्चित्त किया हुआ। सम० देश से निकालने के योग्य / -बाहुवलय (वि.) जिसके कड़े या चूड़ियाँ स्वच्छ निविश् (तुदा० पर०) 1. घर में बस जाना 2. प्रविष्ट करके चमका दी गई हों,-ममस् (वि०) स्वच्छहृदय, होना 3. आगे जाना 4. ऋण परिशोध करना-निर्वनिर्मल मन वाला। प्टव्यं मया तत्र महा० 5 / 146 / 15 5. किसी के निर्देशः [निर्+दिश्+घ ] करार, प्रतिज्ञा-महा. साथ रहना---- शुश्रूषणे प्रावृषि निर्विवक्षताम्-भाग० 13 / 23 / 70 / 125 / 23 / निर्देश्य (वि०) [निर्+दिश् +यत् ] 1. संकेत किये जाने | निविष्ट (वि०) [निर् +विश्+क्त ] 1. घुसा हुआ, के योग्य 2. निश्चित किये जाने योग्य 3. उद्धोष्य चिपका रहा, जड़ा रहा 2. शिविर में वर्तमान, डेरा 4. जिसमें पवित्रता होनी चाहिए सुरापानं ब्रह्महत्या / डाले हए / ....."अनिर्देश्यानि मन्यन्ते - महा० 12 / 165 / 34 / / निवेश: निर+विश+घा 11. प्रविष्ट होना-आत्मनिर्धननम् [ निर्+घून+ल्युट ] दीर्घ निःश्वास, लहरों निवेशमात्रेण तिर्यग्गतमुलूखलम् -- भाग० 10 / 10 / 26 की भाँति उठना गिरना। 2. बदला लेना-भाग०१०॥४४॥३९ / निर्बन्धपृष्ट (वि.) [त० स०] जिससे आग्रह पूर्वक कोई निर्वारित (वि.) [ निर्++णिच् + क्त ] हटाया बात पूछी गई है। हुआ, रोका हुआ / निर्बन्धिन् (वि०) [निर्बन्ध+इनि ] आग्रह करने वाला। | निवृत्तमात्र (वि०) जो अभी-अभी समाप्त किया हो। निर्भसनम् [निर+भर्स + ल्युट् ] धमकी देना, अप-नियंजक (वि.) [निर +व्यङ्ग्+ण्वुल] संकेत शब्द कहना, झिड़की देना / करता हुआ, दिग्दर्शन करता हुआ-स्नेहस्य निर्व्यञ्जक: निर्माथिन् (वि०) [निर्माथ+इनि ] कुचलने वाला, .-महावी० 5 / 62 / बिलोने वाला, पीस डालने वाला। निर्षिध (वि.) [ निर् +व्यध्+क्त] 1. घायल निर्मा [ निर् +मा+अक् ] मूल्य, माप, सम / / 162 / 2. वियुक्त / For Private and Personal Use Only

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