________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir साथ याद करना, आतुर होना, उत्कंठित होना, / --शास्त्रम् 1. धर्मशास्त्र, धर्मसंहिता, धर्मसूत्र अभिलाषा करना (बहुधा संबंध के साथ) स्मर्तुं 2. धार्मिक विज्ञान, शेष (वि०) उपरत, मृत (कोई दिशन्ति न दिव: सुरसुन्दरीभ्यः --कि०५।२८, कच्चि- व्यक्ति)- शैथिल्यम् स्मरणशक्ति की दुर्बलता, साध्य द्भर्तुः स्मरसि रसिके त्वं हि तस्य प्रियेति मेघ० (वि०) धर्मशास्त्रसे सिद्ध होने योग्य,-हेतुः प्रत्या८५, मुद्रा० 5 / 14, प्रेर० (स्मारयति-ते, परन्तु अन्तिम स्मरण का कारण मन पर पड़ी हुई छाप, विचारअर्थ को प्रकट करने के लिए स्मरयति-ते) 1. याद साहचर्य। कराना, फिर ध्यान दिलाना, मन में लाना, सोचना | स्मेर (वि.) [स्मि+रन] 1. मुसकराने वाला विलोक्य .-अनेन मत्प्रियाभियोगेन स्मारयसि में पूर्वशिष्यां बृद्धोक्षमधिष्ठितं त्वया महाजनः स्मेरमुखो भविष्यति सौदामिनीम् मा० 1, कभी कभी द्विकर्मक के रूप में - कु० 5170, भामि० 214, 3 / 2, मा० 1016 प्रयुक्त अपि चन्द्रगुप्तदोषा अतिक्रान्तपाथिवगुणान् 2. खिला हुआ, फूला हुआ, फैलाया हुआ, प्रफुल्लित, स्मारयन्ति प्रकृती:-.-मुद्रा० 1, य एव दुःस्मरः काल: अधिकविकसदन्तविस्मयस्मेरतारैः मा० 1128, तमेव स्मारिता वयम् उत्तर० 6 / 34 2. सूचना 3. घमंडी 4. व्यक्त / सम० विष्किरः मोर / देना 3. खेद के साथ स्मरण कराना, लालायित | स्यवः [स्यन्द्+क] चाल, तीव्रगति, तेजी से चलना, वेग। करना, अभिलाष पैदा करना -शि० 6 / 56, श० स्यन्द् (भ्वा० आ० स्यन्दते, स्यन्न, इच्छा०-सिस्यदिषते, 64, इच्छा० ( सुस्मर्षते ) प्रत्यास्मरण करने की सिस्यत्सति-ते, इकारान्त उकारान्त उपसर्गों के पश्चात् इच्छा करना, अनु ,याद करना, प्रत्यास्मरण करना, स्यन्द के स् कोष हो जाता है)1. रिसना, चूना, टपकना, मन में ध्यान करना, अप--, भूल जाना, प्र---, भूल बंद बंद गिरना, सवित होना, अर्क निकालना, बहना जाना, वि, भूल जाना--मधुकर विस्मृतोस्येनां -अयि दलदरविन्द स्यन्दमानं मरन्दं तव किमपि लिहन्तो कथम् श० 5 / 1, (प्रेर०) भुलाना - उत्तर० 1, मञ्जु गुञ्जन्तु भङ्गाः भामि० 115 2. ढालना, सम् , याद करना, चिन्तन करना-भग० 18576, उडेलना 3. भागना, दौड़ना, अनु---,बहना, अभि-, मनु०४।१४९, (प्रेर०) ध्यान दिलाना, मन में रखना, 1. रिसना, बहना 2. बारिश होना, पानी गिरना (पातालं) मामद्य संस्मरयतीव भुजंगलोकः --रत्न० ...-- अभिस्यन्दमानमेघमेरितनीलिमा गिरिः -- उत्तर०२ 1613 / 3. पिघलना-उत्तर०६, नि-,परि ,बह निकलना, स्मृतिः (स्त्री०) [स्म+तिन्] 1. याद, प्रत्यास्मरण, प्र--,बह जाना, वि ,बहना-भट्टि० श७४ / स्मरणशक्ति - अश्वत्थामा करघृतधनः किन यातः स्यन्दः [स्यन्द भावे घा] 1. बहना टपकना 2. तेजी से स्मृति ते -वेणी०३।२१, संस्कारमात्रजन्यं ज्ञानं स्मृतिः जाना, चलना 3. गाड़ी, रथ / ----तर्क०, स्मृत्युपस्थितो इमो द्वौ श्लोको-उत्तर० 6 स्यन्दन (वि.) (स्त्री०-ना, नी) स्यन्द् + ल्युट्] 1. जल्दी 2. चिन्तन करना, मन में ध्यान करना 3. मानव से जाने वाला, द्रुतगामी, बहने वाला 2. चुस्त, धर्मशास्त्र, परम्पराप्राप्त धर्मशास्त्र, स्मतिग्रन्थ (नीति फुर्तीला, शीघ्रगामी-स्यन्दना नो च तुरगाः-कि०१५। और धर्म से संबद्ध) (विप० श्रुति) 4. धर्मसंहिता, १६,-नः युद्ध-रथ, गाड़ी या रथ-धर्मारण्यं प्रविशति स्मृतिग्रन्थ 5. स्मृति का मूलपाठ, धर्मसूत्र, धर्म के गजः स्यन्दनालोकभीत:-श० 1133 2. वायु, हवा नियम-इति स्मृते: 6. इच्छा, कामना 7. समझ / 3. एक प्रकार का वृक्ष, तिनिश, नम् 1. बहना, सम... अन्तरम् दूसरा स्मृतिग्रन्थ,—अपेत (वि०) टपकना, रिसना 2. तेज़ी से जाना, बहना 3. पानी / 1. भूला हुआ 2. शास्त्रविरुद्ध 3. (अतः) अवैव, सम० आरोहः रथ में बैठ कर युद्ध करने वाला। अन्यायपूर्ण, उक्त (वि.) धर्मशास्त्र में विहित, स्यन्दनिका [स्यन्दन की+कन्+टाप, ह्रस्वः] थूक की धर्मसूत्र में प्रतिपादित, पयः,-विषयः स्मरणशक्ति फुटक। . का पदार्थ, स्मृतिपथं,-विषयं गम् मरना,-भर्तृ० 3 / 37, स्यन्दिन (वि.) (स्त्री०-नी) स्थिन्द + णिनि] 1. रिसने 38, प्रत्यवमर्षः स्मति की धारणाशक्ति, प्रत्यास्मरण वाला, बहने वाला, टपकने वाला 2. वेग से जाने की यथार्थता, प्रबन्धः धर्मशास्त्र की कृति,--भ्रंशः वाला 3. गतिशील। स्मृति का नष्ट हो जाना, याद न रहना, रोधः / स्यन्दिनी [स्यन्दिन् +डीप्] 1. लार, थूक 2. वह गाय जो क्षणिक विस्मरण, स्मृति का नाश-श० 7 / 32, दो बच्चों को एक साथ जन्म दे / -विभ्रमः स्मृति की गड़बड़, स्पष्ट याद न रहना | स्यन्न (भू० क० कृ.) [स्यन्द+क्त रिसा हुआ, टपका .-विरुद्ध (वि.) अवैव, विरोधः 1. धर्म का वैप- हुआ, गिरा हुआ। रीत्य, अवैधता 2. दो या दो से अधिक स्मृतियों का | स्यम् (भ्वा० पर०, चुरा० उभ० स्यमति, स्यमयति-ते) पारस्परिक विरोध-स्मृतिविरोधं परिहरति-शारी०, / 1. शब्द करना, ज़ोर से चिल्लाना, चीखना 2. जाना 145 For Private and Personal Use Only