________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 1076 ) समास्यात (भू० क. कृ०) सम्+आ+ख्या+क्त] | समाधिः [सम्+आ+धा+कि] 1. संग्रह करना, स्वस्थ 1. हिसाब लगाया हुआ, गिना हुआ, जोड़ा हुआ करना, (मन को) एकाग्र करना 2. भावचिन्तन, 2. पूर्णतः वर्णित, उद्घोषित, प्रकथित 3. विख्याल, किसी एक विषय पर मन को केन्द्रित करना, ब्रह्मप्रसिद्ध / चिन्तन में पूर्णलीनता अर्थात् (योग की आठवीं और समागत (भू० क. कृ.)[सम+आ+गम्+क्त] 1. साथ अन्तिम अवस्था) आत्मेश्वराणां न हि जातु विघ्नाः साथ आया हुआ, मिला 'हुआ, सम्मिलित, संयुक्त समाधिभेदप्रभवो भवन्ति कु० 3 / 40, 50, मृच्छ० 2. पहुंचा हुआ 3. जो संयुक्त अवस्था में हो। 111, भर्तृ० 354, रघु०८।७८, शि० 4 / 55 3. एक समागतिः [सम्+आ+गम् +क्तिन्] 1. साथ साथ आना, निष्ठता, संकेन्द्रण, मनोयोग तस्यां लग्नसमाधि मेल, मिलाप 2. पहुंचना, उपगमन 3. समान दशा या (मानसम्)-गीत० 4. तपस्या, धर्मकृत्य, साधना --- प्रगति / अस्त्येतदन्यसमाधिभीरुत्वं देवानाम्--श० 1, तपः समागमः [सम+आ+गम्+घञ] 1. मेल, मिलन, समाधिः -कु० 3 / 24, 5 / 6, 1259, 5 / 45 5. साथ मुठभेड़, सम्मिश्रण, अहो दैवगतिश्चित्रा तथापि न मिलाना, संकेन्द्रण, सम्मिश्रण, संग्रह तं वेधा विदधे समागमः-काव्य० 7 रघु० 814, 92, 19 / 16 नूनं महाभूत समाधिना-रघु० 1129 6. पुनर्मिलन, 2. सहवास, साहचर्य, संगति - जैसा कि 'सत्समागम' मतभेद दूर करना 7. निस्तब्धता 8. अंगीकार, स्वी में 3. उपगमन, पहुँच 4. (ज्योति० में) संयोग / कृति, प्रतिज्ञा 1. प्रतिदान 10. पूर्ति, सम्पन्नता समाधातः [सम्+आ+हन+घञ] 1. वध, हत्या 11. अत्यन्त कठिनाइयों में धैर्य धारण करना 2. संग्राम, युद्ध / 12. असम्भव बात के लिये प्रयत्न करना 13. (दुर्भिक्ष समाचयनम् [सम्+आ+चि+ल्यूट] सञ्चयन, बीनना। के अवसर पर) अनाज बचा कर रखना, अन्न संचय समाचरणम् [सम् +आ+च+ल्युट] अभ्यास करना, करना 14. मक़बरा, शव प्रकोष्ठ 15 गरदन का पालन करना, व्यवहार करना। जोड़, गरदन की विशेष अवस्था-कि० 16021 समाचार [ सम्+आ+चर्+घञ 1 1. प्रगमन, गति 16. (अले में) एक अलंकार जिसकी मम्मट ने 2. अभ्यास, आचरण, व्यवहार 3. सदाचार या अच्छा निम्नाङ्कित परिभाषा की है--समाधिः सुकरं कार्य चालचलन 4. खबर, सूचना, विवरण, वार्ता। कारणान्तरयोगत काव्य०१०, दे० सा०द०६।१४ समाजः [सम् +अ+घञ्] 1. सभा, मिलन, मजलिस, 17. शैली के दस गुणों में से एक, दे० काव्या० -विशेषतः सर्वविदा समाजे विभषणं मौनमपण्डितानाम 1193 / - भर्तृ० 17 2. मण्डल, गोष्ठी, समिति या परिषद् समाध्मात (भू.क.कृ.) [सम्+आ+मा+क्त] 1. फूंक 3. संख्या, समुच्चय, संग्रह 4. दल, आमोद-प्रमोद मारा हुआ 2. फुलाया हुआ, प्रफुल्लित, स्फीत, हवा विषयक मिलन 5. हाथी। भरा हुआ। समाजिकः [समाज+ठक्] सभासद्-दे० 'सामाजिक'। समान (वि.) [सम् + अन्+अण्] 1. वही, तुल्य, सदृश, समाशा सम्+आ+ज्ञा+अ+टाप् | यश, कीर्ति / एक जैसा समानशीलव्यसनेषु सख्यम् .. सुभा० समादानम् [सम् +आ+दा+ल्युट्] 1. पूर्णतः लेना 2. उप- 2. एक, एकरूप 3. मला, सद्गुणसम्पन्न, न्याय्य युक्त उपहार लेना 3. जैन सम्प्रदाय का नित्य-कृत्य / 4. सामान्य, साधारण 5. सम्मानित,- न: 1. मित्र, समावेशः [सम्+आ--दिश् +घञ्] आज्ञा, हुक्म, निदेश, तुल्य 2. पाँच प्राणों में से एक (इसका स्थान नाभि निर्देश। का गर्त है, तथा पाचन शक्ति के लिये परमावश्यक समाषा [सम्+आ+घा--अङ्-+टाप्] दे० नी. 'समा- है)-मम् (अव्य०) समान रूप से, सदृश (करण० धान। के साथ) जलधरेण समानममापति:--कि० 1814 / समाधानम् [सम्+आ+धा+ल्युट्] 1. साथ साथ रखना, सम०---अधिकरण (वि०) 1. समान आधार वाला मिलाना 2. ब्रह्म के गुणों का मन से चिन्तन करना, 2. उसी वर्ग या पदार्थ में विद्यमान 3. (व्या० में) 3. भावचिन्तन, गहन मनन 4. एकनिष्ठता 5. स्थैर्य, एक ही कारक की विभक्ति से युक्त होना (णम्) स्वस्थता, (मन की) शान्ति, सन्तोष -चित्तस्य समा- 1. वही स्थान या परिस्थिति 2. कारक में समान धानम्, बुद्धः समाधानम् - गंगा० 18 6. संदेह- होना, कारक सम्बन्ध 3. वर्ग (जिसमें अनेक सम्मिनिवारण करना, पूर्वपक्ष का उत्तर देना, आक्षेप का लित हों), प्रजातीय गुण, अर्थः उसी अर्थ वाला, उत्तर देना 7. सहमत होना, प्रतिज्ञा करना 8. (नाटक पर्यायवाची उवकः ऐसा सम्बन्धी जो समान पितरों में) मख्य घटना जिस पर नाटक की पूर्ण वस्तुकथा को जल तर्पण के कारण संवद्ध है (यह सम्बन्ध सातवीं या अवलंबित है। ग्यारहवीं पीढ़ी से तेरहवीं या कुछ के अनुसार चौदहवीं For Private and Personal Use Only