________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 1090 ) सनीक (वि.) [श्रिया सह-ब० स०, कप्] 1. समृद्धिशाली, | 6. दबाना, रोकना 7. योग्य होना ('तुम्' के साथ), सौभाग्यशाली 2. प्रिय, सुन्दर / / प्रेर० (साहयति-ते) 1. धारण करवाना, भुगतवाना सस् (अदा० पर० सस्ति) सोना / 2. धारण करने या सहारा देने के योग्य बनना-गुर्वपि ससत्त्व (वि.) [सह सत्त्वेन ब०स०11. जीवन शक्ति से विरहदुःखमाशाबन्धः साहयति श० 4 / 16, इच्छा० युक्त, ऊर्जस्वी, बलवान्, साहसी 2. गर्भवती, स्वा (सिसहिषते) सहन करने की इच्छा करना, उद्-, गर्भवती स्त्री। 1. योग्य होना, शक्ति या ऊर्जा रखना, साहस करना, ससम्बह (वि.) [सह सन्देहेन-ब० स०] संदिग्ध,-हः एक दिलेरी दिखाना--तवानवत्तिं न च कर्तुमुत्सहे-कु० अलंकार का नाम दे० 'सन्देह' / 5 / 65, “मैं पसंद नहीं करता" आदि-भट्टि० 3 / ससनम् [सस्+ल्युट्] पशुमेध, यज्ञीयपशु का वध / 54, 5:54, 14189, शि० 14183 2. (क) प्रयास ससन्च्य (वि.) [सन्ध्यया सह-ब० स०] संध्यासंबंधी, करना, प्रणोदित होना कि० 136 (ख) ढाढस सायंकालीन। बंधाना, विषण्ण न होना, हिम्मत न हारना भद्रि० ससाध्वस (वि.) [सह साध्वसेन-ब० स०] आतंकित, | 19 / 16 3. आराम में होना- कु०४।३६ 4. आगे डरा हुआ, भीरु। बढ़ना प्रयाण करना (इच्छा०) उकसाना, उद्बुद्ध सस्बू दे० सञ्ज। --- भट्टि० 9 / 69, परि- सहन करना भट्टि० 9 / 73 सस्यम् [सस्+यत्] 1. अनाज, अन्न-(एतानि) सस्यैः पूर्णे प्र-, 1. सहन करना, झेलना-न तेजस्तेजस्वी प्रसृतमपजठरपिठरे प्राणिनां संभवन्ति—पंच० 5 / 97 दे० रेषां प्रसहते-उत्तर० 6 / 14 2. सामना करना, 'शस्य' भी 2. किसी भी पौधे का फल 3. शस्त्र मुकाबला करना, पछाड़ना--संयगे सांयगीनं तमद्यतं 4. सदगण, खुबी। सम०-इष्टिः (स्त्री०) फ़सल प्रसहेत क:-कु० 2157 3. चेष्टा करना, प्रयास पक जाने पर नये अन्न से किया जाने वाला यज्ञ,--प्रद करना 4. योग्य होना 5. शक्ति या ऊर्जा रखना-दे० (वि.) उपजाऊ,-मारिन् (वि०) अन्न को नष्ट करने 'प्रसह्य' भी, वि-, 1. सहन करना, झेलना रघु० वाला, (पुं०) एक प्रकार का चूहा, चूंस,-संवरः साल 4 / 63, 8156 2. मुकाबला करना, सामना करना, का पेड़। प्रतिरोध करने के योग्य होना-रघु० 4 / 49 3. योग्य सस्यक (वि.) [सस्य + कन्] अच्छे गुणों से युक्त, गुणा होना 4. अनुमति देना 5. इच्छा करना, पसंद करना। न्वित, श्लाघ्य, प्रशंसनीय, - कः 1. तलवार 2. शस्त्र | सह (वि.) [सहते-सह +अच] 1. सहन करने वाला, 3. एक प्रकार का मूल्यवान् पत्थर / झेलने वाला, भुगतने वाला 2. धीर 3. योग्य---दे० सस्येव (वि.) [सह स्वेदेन--ब० स०] पसीने से तर, 'असह', हः मंगसिर का महीना,-हः, -- हम शक्ति, प्रस्विन्न, वा वह कन्या जिसका हाल में ही कौमार्य- सामर्थ्य / भंग हुआ हो। सह (अव्य०) 1. के साथ, मिलकर, साथ-साथ, सहित, से सह i (दिवा० पर० सह्यति) 1. सन्तुष्ट करना 2. प्रसन्न युक्त (करण)-शशिना सह याति कौमुदी सह मेधेन होना 3. सहन करना, झेलना / तडित्प्रलीयते-कु० 4 / 33 2 साथ मिलकर, एक ii (भ्वा० आ०-सहते, सोढ, नि, परि, वि आदि इका- ही समय, युगपत् अस्तोदयौ सहवासी कुरुते नृपति रान्त उपसर्गों के पश्चात् सह. के स् को मूर्धन्य ष हो द्विषाम् -- सुभा०। सम-अध्यायिन् (पुं०) सहजाता है, यदि सह, केह, को ढ नहीं हुआ) (क) पाठी, अर्थ (वि०) समानार्थक (H) समान या झेलना, सहन करना, भुगतना. गम खाना-खलो- सामान्य उद्देश्य,-उक्तिः (स्त्री०) अलंकारशास्त्र में ल्लापाः सोढाः-भर्तृ०८१६, पदं सहेत भ्रमरस्य पेलवं एक अलंकार का नाम--सा सहोक्तिः सहार्थस्य बलाशिरीषपुष्पं न पुनः पतत्रिणः---कु. 5 / 4, इसी प्रकार देकं द्विवाचकम्-काव्य०१०, उदा०-पपात भूमौ सह दुःखं, क्लेशं आदि-रघु० 12 / 63, 11152, भट्टि सैनिकाश्रुभि:-रघु० ३।६१,-~-उटजः पर्णकुटी,-उदरः 17159 (ख) 1. सहन करना, अनुमति देना, प्रकृतिः एक ही पेट से उत्पन्न, सगा भाई विक्रमांक० 1121, खलु सा महीयसः सहते नान्यसमुन्नतिं यया-कि० 2 / .-उपमा उपमा का एक भेद, ऊठः,-- उढजः विवाह 21, मेष० 105, रघु० 14 / 63 2. क्षमा करना, के समय गर्भवती स्त्री का पुत्र (हिन्दूधर्मशास्त्रों में सहलेना-वारंवारं मयंतस्यापरायः सोढ:-हि. 3, वर्णित बारह प्रकार के पुत्रों में से एक),-कार भग० 11 // 44 3. प्रतीक्षा करना, सबर करना-द्वित्रा- (वि.) 'ह' की ध्वनि से युक्त नल. 2114, (2) ण्यहान्यहंसि सोढुमहंन्-रघु० 5 / 25, 15 / 45 4. वहन 1. सहयोग 2. आम का पेड़ -- क इदानीं सहकारमन्तरेण करना, सहारा देना, ढकेलना-श०३ 5. जीतना, पल्लवितामतिमुक्तलतां सहते-श० ३,-भञ्जिका परास्त करना, विरोध करना, मुकाबला करना / एक प्रकार का खेल,-कारिण,-कृत (वि०) सहयोग For Private and Personal Use Only