________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 840 ) विष्णु की निद्रा - रघु० 10114, १३१६,-पट्टम् / योगेष्टम् (नपुं०) सीसा, रांग / / भावसमाधि के अवसर पर संन्यासियों द्वारा पहना योग्य (वि.) [योगमर्हति यत्, युज्+ण्यत् वा] 1. लायक, जाने वाला वस्त्र जो पीठ से लेकर घटनों तक शरीर उचित, उपयुक्त, योग्यता प्राप्त योग्यो ऽयं दृश्यते को ढक लेता है,-पतिः विष्णु का विशेषण,-बलम् नरः 2. योग्य, उपयुक्त, योग्यताप्राप्त, सक्षम, अर्ह 1. भक्ति की शक्ति, भावचिंतन की शक्ति, अलौकिक (अधिक संप्र०, संबं० के साथ तथा समास में प्रयुक्त) शक्ति 2. जादू की शक्ति,-माया 1. योग की जादू 3. उपयोगी, सेवा करने के योग्य 4. योग या भावजैसी शक्ति 2. ईश्वर की सर्जन शक्ति जिससे कि चिन्तन के योग्य,-ग्यः युक्ति या तरकीबों का कलदेवता के रूप में मूर्त घरा की रचना की जाती है यिता,--ग्या 1. अभ्यास, व्यवहार-अपरः प्रणिधान(भगवतः सर्जनार्थी शक्तिः ) 3. दुर्गा का नाम,-रङ्गः योग्यया मरुतः पंचशरीरगोचरान् - रघु० 8 / 19, इसी नारंगी, रुट (वि०) वह शब्द जिसके निर्वचनमूलक प्रकार 'मानयोग्या' काव्या० 2 / 243, धनुर्योग्या अर्थ भी हैं, साथ ही उसका विशेष परंपरागत अर्थ अस्त्रयोग्या आदि 2. सैनिक कवायद, अभ्यास,-यम् है, उदा. 'पंकज' इसका व्यत्पत्तिजन्य अर्थ है 1. सवारी, गाडी, वाहन 2. चन्दन की लकड़ी 3. रोटी 'कीचड़ से उत्पन्न होने वाला कोई भी पदार्थ' परन्तु प्रचलन या परंपरा के प्रयोगानुसार इसका योग्यता योग्य+तल+टाप] 1. सामर्थ्य, सक्षमता. --न अर्थ 'कीचड़ में उत्पन्न किसी वस्तु - अर्थात् कमल' युद्धयोग्यतामस्य पश्यामि सह राक्षस:-रामा० में प्रतिबद्ध हो जाता है, तु० 'आतपत्र' छतरी, 2. अनुरूपता, औचित्य 3. समुपयुक्तता 4. (न्या० में) - रोचना एक प्रकार का जादू का लेप जिसके लगाने ज्ञान की अनुरूपता या संगति, शब्दों द्वारा संकेतित से मनुष्य अदृश्य और अभेद्य हो जाता है --- तेन च वस्तुओं के पारस्परिक संबंध की असंगति का अभाव परितुष्टेन योगरोचना मे दत्ता-मच्छ० ३,-वर्तिका ---उदा० 'अग्निना सिंचति' में योग्यता नहीं है, इसकी जादू का लैम्प या बत्ती,-वाहिन् (पुं०, नपुं०) परिभाषा यह है :--एकपदार्थेपरपदार्थसंसगों योग्यता औषधियों को मिलाने का माध्यम-उदा० शहद -त० को। .... नानाद्रव्यात्मकत्वाच्च योगवाहि परं मधु-सुश्रु०, ! योजनम् युज भावादी ल्युट्] 1. जोड़ना, मिलाना, जोतना ---वाही 1. रेह, सज्जी 2. मधु 3. पारा,-विक्रयः 2. प्रयोग करना, स्थिर करना 3. तैयारी, व्यवस्था घोखे की बिक्री,-विद (वि०) योग का जानकार 4. व्याकरणसम्मत रचना, शब्दान्वय 5. आठ यानी (पुं०) 1. शिव का विशेषण 2. योगाभ्यासी 3. योग- मील अथवा चार कोस की दूरी की माप--न योजनसिद्धांतों का अनुयायी 4. जादूगर 5. दवाइयों के बनाने शतं दूरं बाह्यमानस्य तृष्णया-हि० 1 / 146 वाला, विभागः बहुधा एक स्थान पर जुड़े हुओं को 6. उत्तेजित करना, भड़काना 7. मन का संकेन्द्रीकरण, अलग-अलग करना, विशेषतः सूत्र के शब्दों को अलग भाव (=योग), - ना 1. संगम, मिलाप, संबंध अलग करना, एक ही नियम के दो तीन टुकड़े करना 2. व्याकरणसंमत शब्दान्वय / सम०---गन्धा (महाभाष्य में पतंजलि ने इसका बहुत प्रयोग किया __ 1. कस्तूरी 2. व्यास की माता सत्यवती। है-उदा० अदसो मात् पा० 21 / 12)- शास्त्रम् 12)- शास्त्रमु योत्रम् दे० योक्त्रम / योगदर्शन,--समाधिः आत्मा का गढ़ भावचिन्तन में | योधःयध+अच] 1. योद्धा, सैनिक, लड़ाक, सहास्मदीलीन होना--तमसः परमापदव्ययं पुरुषं योगसमाधिना यैरपि योधमुख्यः - महा० 2. संग्राम, लड़ाई। सम० रघु:-रघु० 8 / 24, योगविधि 8 / 22, सारः सब -अगार:-रम् सैनिकों का निवास, सैन्यावास, रोगों की एक दवा, रामबाण, सर्वव्याधिहर,-सेवा बारक,-धर्मः सैनिकों का कानून, सैन्यविधि या भावचितन का अभ्यास करना। नियम, संरावः लड़ाकू सिपाहियों की पारस्परिक योगिन् (वि.) [युज+धिनुण, योग+इनि वा ] 1. से | ललकार, आह्वान / युक्त, या सहित 2. जादू की शक्ति से युक्त, पुं० योधनम् यध भावे ल्युट] संग्राम, लड़ाई, मुठभेड़। 1. चिन्तनशील महात्मा, भक्त, संन्यासी-सेवाधर्मः | योधिन (0) युध+णिनि योद्धा, सिपाही, लड़ाकू। परमगहनो योगिनामप्यगम्यः --पंच० 12285, बभूव | योनिः (पुं०,स्त्री०) [यु+-नि] 1. गर्भाशय, बच्चेदानी, योगी किल कार्तवीर्य:---रघु० 638 2. जादूगर, भग, स्त्रियों की जननेन्द्रिय 2. जन्मस्थान, मूलस्थान, ओझा, बाजीगर 3. योगदर्शन के सिद्धांतों का अनुयायी, उद्गम, मूल, जननात्मक कारण, निर्झर, फौवारा जो 1. जादूगरनी, अभिचारिका, ओझाइन, मायाविनी सा योनिः सर्ववैराणां सा हि लोकस्य नितिः 2. भक्तिनी 3. शिव या दुर्गा की सेविकाओं की उत्तर० 5 / 30, कु० 2 / 9,4143, उत्पन्न या उदित टोली (यह गिनती में आठ माने जाते है)। के अर्थ में प्रयोग प्राय: समास के अन्त में - भग० न दे० या 1.या . 2. समा योधः या योधमुख्यः मैनिकों For Private and Personal Use Only