________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 887 ) प्रकार का बगला, कंकपक्षी, - प्रतिमा 1. घन / वा ठण 1. सांसारिक, दुनियावी, भौमिक, पार्थिव 2. लोहमति, बद्ध (वि०) लोहे से युक्त या जिसकी / 2. साधारण, सामान्य, प्रचलित, मामूली, गंवारू नोक पर लोहा जड़ा हो,-मुक्तिका लाल मोती, | - उत्तर० 110 3. दैनिक जीवन संबंधी, सामान्यतः -- रजस् (नपुं०) लोहे का जंग, मोर्चा,----राजकम् / माना हुआ, सर्वप्रिय, प्रथागत-कु० 788 चांदी,-वरम् सोना, -शङ्कुः लोहे की सलाख, 4. सामयिक, धर्मनिरपेक्ष (विप० आर्ष, या शास्त्रीय) -- इलेषणः सुहागा,---संकरम् नीले रंग का इस्पात / मनु० 3 / 282 5. जो वैदिक न हो, सांसारिक (शब्द लोहल (वि.) लिोहमिव लाति-ला+क] लोहे का बना या उसका अर्थ) वाक्यं द्विविधं वैदिकं लौकिकं च हुआ 2. अस्पष्टभाषी, तुतला कर बोलने वाला। --तर्क० (दे० लोक 8 के नीचे उद्धृत महा.) लोहिका [लोह+ठन् -टाप् लोहे का पात्र / 6. संसार से संबंध रखने वाला-जैसा कि ब्रह्मलौकिक' लोहित (वि.) (स्त्री०-लोहिता, लोहिनी) [रुह में,-काः (ब०व०) सामान्य मनुष्य, संसार के लोग, +इतन्, रस्य ल.] 1. लाल, लाल रंग का,-म्रस्तां - कम् कोई साधारण लोकाचार / सम० - (वि.) सावतिमात्रलोहिततली बाह घटोत्क्षेपणात्-श० लोकव्यवहार को जानने वाला, लोक प्रथाओं से 1130, कु० 3 / 29, मुहुश्चलत्पल्लवलोहिनीभिरुच्चः परिचित-वनौकसोऽपि सन्तो लौकिकशा पयम् शिखाभिः शिखिनोवलीढा:--कि० 16153 -श०४। 2. तांबा, तांबे से बना हुआ,--त: 1. लाल रंग, लोक्य (वि०) [लोके भवः -- लोकन-व्य] 1. सांसारिक, 2. मंगल ग्रह 3. सांप 4. एक प्रकार का हरिण | दुनियावी, ऐहिक, मानवी 2. सामान्य, मामूली, 5. एक प्रकार के चावल,-ता आग की सात जिह्वाओं रिवाजी। में से एक, तम् 1. तांबा 2. रुधिर---मनु० 8 / 284, . लौड़ (म्वा० पर० लौडति) पागल या मूर्ख होना। 3. जाफरान, केसर 4. युद्ध 5. लाल चन्दन 6. एक | लौल्यम् [लोलस्य भावः ष्यत्र] 1. चंचलता, अस्थिरता, प्रकार का चन्दन 7. इन्द्र धनुष का अधूरा रूप / सम० चाञ्चल्य 2. उत्सुकता, उत्कण्ठा, लालच, लालसापूर्णता, -अक्षः 1. लाल रंग 2. एक प्रकार का सांप | अत्यन्त प्रणयोन्माद या अभिलाषा, जिह्वालोल्यात् 3. कोयल 4. विष्ण का विशेषण,-~-अङ्गगः मंगलग्रह, ! - - पंच० 1, रघु० 7161, 16176, 18130, कु. -अयस् (नपुं०) तांबा, अशोकः (लाल फूलों का) 6 / 30 / अशोक वृक्ष,-- अश्वः आग,-आननः नेवला,- ईक्षणः | लौह (वि०) (स्त्री०--ही) [लोह+अण्] 1. लोहे का (वि०) लाल आँखों वाला, उद् (वि.) लाल या बना हुआ, लोहा 2. ताम्रमय 3. धातु का बना रुधिर के समान लाल पानी वाला,-कल्माष (वि.) 4. तांबे के रंग का, लाल,-हम् लोहा, भट्टि० लाल धब्बों वाला,....क्षयः रुधिर का नाश, ग्रीवः 15154, हा कड़ाही। सम-आत्मम् (पुं०)-भूः अग्नि का विशेषण, ...चन्दनम् केसर, जाफ़रान,-पुष्पकः (स्त्री०) बायलर, कड़ाही, कड़ाह,-कारः लुहार, अनार का वृक्ष, * मृत्तिका लाल खड़िया, गेरु, | ---जम् लोहे का जंग,--बन्धः- धम् लोहे की बेड़ी, - शतपत्रम् लाल कमल का फूल / / जंजीर,--भाण्डम् लोहे का पात्र,--मलम् लोहे का जंग, लोहितक (वि.) (स्त्री० --तिका) [लोहित+कन्] --शकुः लोहे की सलाख / लाल, क: 1. लालमणि, -शि० 13152 2. मंगल | लोहितः / लोहित+अण्] शिव का त्रिशूल। ग्रह 3. एक प्रकार का चावल, ..कम् कांसा / लौहित्यः [लोहितस्य भावः ष्या स्वार्थे व्या वा] एक लोहितिमन् (पुं० ) [लोहित+इमनिच् ] लालिमा, नदी का नाम, ब्रह्मपुत्र---चकम्पे तीर्णलौहित्ये तस्मिन् लाली। प्राग्ज्योतिषेश्वरः - रघु० 8 / 81, (यहाँ महिल. बिना लोहिनी लोहित+डीष, तकारस्य नकारः] वह स्त्री किसी प्रमाण के कहता है तीर्णा लौहित्या नाम नदी जिसकी चमड़ी लाल रंग की हो। येन),--त्यम् लाली। लोकायतिकः [लोकायतमधीते वेद वा... लोकायत+ठकल्पी , --ल्यी (क्रया० पा० ल्पिनाति, ल्यिनाति) मिलना, चार्वाकमतानुयायी, नास्तिक, अनीश्वरवादी, भौतिक- सम्मिलित होना, मेलजोल करना / बादी। ल्वी (ऋया० पर० ल्विनाति) जाना, हिलना-जुलना, लौकिक (वि०) (स्त्री० -की) [लोके विदितः प्रसिद्धो हितो | पहुँचना / For Private and Personal Use Only