________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 767 ) सानुराग--आतुर... आर्त, -- क्लिष्ट पीडित (वि.)। 11 / 49 2. एक प्रकार का खंजन पक्षी 3. दुर्गा का कामात, प्रेमविह्वल, कामरोगी - रघु० 12132, नामान्तर / सम०-उत्कट,--उन्मत्त (वि) शराब के श० 3 / 10,... -आयुधम् 1. स्त्री की भग या योनि नशे में चूर, - गृहम्,-शाला मदिरालय, शराबखाना, 2. 'कामदेव का अस्त्र' अर्थात् लावण्यमयी स्त्री, - मधुशाला,-सखः आम का पेड़ / ... आलयः, ----यम् 1. स्त्री की योनि 2. कमल | मदिष्ठा अतिशयेन मदिनी-इष्ठत, इनो लोपः, टाप्] 3. राजा,--इच्छाफलम् आमों का राजा. ... उत्सवः खींची हुई शराब / कामदेव के सम्मान में मनाया जाने वाला बसन्त- मदीय (वि.) [अस्मद्+छ, मदादेशः] मेरा, मुझसे संबद्ध, कालीन उत्सव, (वा) अप्सरा, --उत्सुक (वि०) प्रेम -रधु० 2 / 45, 65, 5 / 25 / के कारण उत्कंठित या निढाल,--उद्यानम 'प्रमोद वन' मद्गः [मस्ज+उ न्यङ्क्वा०] 1. एक प्रकार का जलचर एक उद्यान का नाम, ...-कण्टक: 1. प्रेमभावना से जन्तु, जलकाक, पनडुब्बी पक्षी 2 एक प्रकार का साँप उत्पन्न रोमांच 2. वृक्ष का नाम - कलहः प्रेमकलह, 3 एक प्रकार का जंगली जानवर 4 विशाल नौका या मैथुन छेदसुलभाम्, मा० २१२,काकुरवः पेंडुकी यद्धपोत ... कोऽपि मढ़गुरभ्यधावत् –दश० 5 एक पतित या कबुतर, गोपालः कृष्ण का विशेषण,-चतुर्दशी वर्णसंकर जाति, भाट जाति की स्त्री में ब्राह्मण द्वारा चैत्रशुक्ला चतुर्दशी, इसी दिन कामदेव के सम्मानार्थ उत्पन्न सन्तान-दे० मनु० 17148 6. जातिमनाया जाने वाला उत्सव,-त्रयोदशी चैत्रशुक्ला बहिष्कृत / त्रयोदशी या काम के सम्मान में उस दिन मनाया | मद्गुरः मद्-1-गुक+उरच, न्यङ्क्वा०] 1. गोताखोर, जाने वाला उत्सव,-नालिका अतीस, स्त्री,-पक्षिन् मोती निकालने वाला 2. जर्मनमछली 3. एक पतित (पं०) खंजन पक्षी,पाठकः कोयल,-पीड़ा,-बाधा वर्ण संकर जाति--दे० मद्गु (5.) / प्रेमवेदना, प्रेम की टीस, महोत्सवः कामदेव के | मद्य (वि.) [माद्यत्यनेन करणे यत्] 1. मादक 2. आनंदसम्मान में मनाया जाने वाला महोत्सव,-मोहनः दायक, उल्लासमय,---द्यम् खींची हुई शराब, मदिरा, कृष्ण का विशेषण,-ललितम् प्रेमकेलि, रंगरेली, मादकपेय-रणक्षितिः शोणितमद्यकुल्या-रघु० 7 / 49 कामक्रीडा,-लेखः प्रेम-पत्र,-वश (वि०) प्रेममुग्ध, - मनु० 5 / 56, 9 / 84 1089 / सम०-आमोदः मोहित, -- शलाका 1. कोयल (मादा) 2. कामोद्दीपक / मौलसिरी का पेड़,-कोटः एक प्रकार का कीड़ा, द्रुमः मवनक: मिदन -कन् एक पौधे का नाम, दमनक / एक प्रकार का वृक्ष, माडवृक्ष,-पः पियक्कड़, शराबी, मदयन्तिका, मदयन्ती [मदयन्ती+कन्टाप् ह्रस्वः, मद् नशेबाज,–पानम् 1. मादक मदिरा पीना 2. कोई +-णिच् +-झच +ङीष] एक प्रकार की चमेली भी मादक पेय,—पीत (वि.) पीकर नशे में चूर (अरब की)। --पुष्पा धातकी नामक पौधा, धौ,-बी (वी) जम् मदथिन्नु (वि.) [मद्---णिच् ---इत्नुच्] 1. मादक, पागल खमीर उठाने वाली ओषध, खमीर पैदा करने वाली बनाने वाला 2. आनन्द देने वाला, -लुः 1. कामदेव लेई,---भाजनम् शराब का गिलास, इसी प्रकार मद्य2. बादल 3. कलवार 4. पीकर धुत हआ 5. खींची भाण्डम्,--मण्डः शराब का झाग, मद्यफेन,--बासिनी हुई शराब, (इस अर्थ में 'नपु०' भी)। धातकी नामक पौधा,-संधानम् मदिरा खींचना / मदारः | मद्-आरन् / मदवाला हाथी 2-सूअर 3 धतूरा | मद्रः [मद+रक] 1. देश का नाम 2. उस देश का शासक, 4 प्रेमी, कामुक 5 एक प्रकार का सुगंध द्रव्य 6ठग -द्राः (ब. व०) मद्र देश के अधिवासी, द्रम हर्ष या बदमाश / प्रसन्नता (मद्राकृ=भद्राकृ बालकाटना, कैची से कतमदिः (स्वी०) [मद्-+-इन्] पटेला, मैड़ा। रना, मुंडना)। सम-कार (वि०) ('मद्रंकार' मविर (वि०) [माद्यति अनेन मद करणे किरन्] 1. मादक, भी) हर्षोत्पादक / दीवाना करने वाला 2 आनंददायक, आकर्षक, (आंखों / मतका मद्रकन] मद्र देश का शासक या अधिवासी, को) हर्ष कर,-रः (लाल फूलों का) खैर का वृक्ष / -का (ब०व०) दक्षिण देश की एक पतित जाति / सम० अक्षी,-ईक्षण-नयना,-लोचना मनोहर मधव्यः [मधु+यत् वैशाख का महीना। और आकर्षक आँखों दाली स्त्री--मधुकर मदिराक्ष्याः मधु (व०) (स्त्री०-धु या० ध्वी) [मन्यत इति मधु, शंस, तस्था: प्रति -विक्रम०४।२२, रघु० 8 / 86, मन्+उ नस्य धः] मधुर, सुखद, रुचिकर, आनन्द -आयतनयन (वि०) लड़ी और मनोहर आंखों वाला। युक्त नपुं० ( धु) 1. शहद - - एतास्ता मधुनो —श० ३।५,आसवः मादक पेय / धाराश्चोतन्ति सविषास्त्वयि - उत्तर० 3 / 34, मधु मदिरा [मदिर-टाप्] 1. खींची हई शराब --कांक्षत्यन्यो तिष्ठति जिह्वाग्रे हृदये तु हलाहलम् 2. पुष्परस या वदनमदिरां दोहदच्छनास्या:--मेघ 078, शि० फूलों का रस-कु० 3 / 36 देहि मुखकमलमधुपानं For Private and Personal Use Only